शिवसागर, रोजलि.बि.जामान: असम में लगातार बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति भयावह है। बाढ़ के कारण घर डूब गए हैं, चारों ओर पानी ही पानी है, बेजुबान जानवर भी परेशान हैं। असम के 28 जिलों में इस साल लगभग 19 लाख से अधिक लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। राज्य में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 55 लोगों की जान जा चुकी है। बाढ़ के चलते असम में कई घर तबाह हो गए हैं। सड़कें पानी में डूब गई और लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में भी समस्या हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि असम में गुरुवार को बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और 54.5 लाख से अधिक लोग अब भी प्रभावित हैं और 12 लोगों की मौत की खबर है। उन्होंने का कि मई के मध्य से बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या अब 101 हो गई है। अधिकांश प्रभावित जिलों में ब्रह्मपुत्र और बराक नदियां अपनी सहायक नदियों के साथ उफान पर हैं और राज्य के कुल 36 जिलों में से 32 जिलों में भूमि का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है। हालांकि कुछ जगहों पर बाढ़ का पानी कम हुआ।
सबसे ज्यादा चपेट में नगांव जिला
असम के नगांव में सबसे अधिक 3.31 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद कछार में (1.6 लाख) और होजाली (97,300) का स्थान है। इसके साथ ही बजली, बक्सा, बारपेटा, विश्वनाथ, बोंगाईगांव, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, दीमा हसाओ, गोलपारा, हैलाकांडी, होजई, कामरुप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, कार्बी आंगलोंग वेस्ट, करीमगंज, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिले पर भी बाढ़ का असर पड़ा है। कछार जिले के 565 गांवों में कुल 2,32,002 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, करीमगंज के 469 गांवों में 2,81,271 और हैलाकांडी के 98 गांवों में 51,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा घाटी में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए गुरुवार को सिलचर का दौरा करने वाले हैं। राज्य के 32 जिलों में कुल जनसंख्या 54,57,601 प्रभावित हुई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन के अनुसार, सबसे बुरी तरह प्रभावित जिले बारपेटा हैं। जहां 11,29,390 प्रभावित हैं, इसके बाद कामरुप 7,89,496, धुबरी 5,97,153 और नागांव 5,03,450 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
कछार, दरांग, गोलपारा, करीमगंज और मोरीगांव से शहरी बाढ़ की सूचना मिली थी।
लगातार बारिश के कारण आई विनाशकारी बाढ़ ने 112 राजस्व मंडल और 4941 गांवों को प्रभावित किया है, जिससे 2,71,125 लोगों को 845 राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
राहत शिविरों में शरण नहीं लेने वाले बाढ़ प्रभावितों के बीच 1026 डिलीवरी पॉइंट से राहत सामग्री वितरित की गई।
राशन वितरित किए जा रहे
राज्य सरकार के मुताबिक, बाढ़ ग्रसित इलाकों में अब तक 7,077.56 क्विंटल चावल, दाल और नमक 6,020.90 लीटर सरसों तेल 2,218.28 क्विंटल चारा एवं अन्य बाढ़ राहत सामग्री वितरित की है।