देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत क्यों है..?

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दिसपुर/गुवाहाटी, पिनाकी धारः भारत एक ऐसा देश है जहां आज जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं है। हमारा देश भारत जनसंख्या विस्फोट की चपेट में है। बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है, मूल्य वृद्धि बढ़ रही है। पेड़ नष्ट हो गए हैं। जलवायु में भारी बदलाव आया है। हमने चीन की कुल आबादी को पीछे छोड़ दिया है। चीन हमसे तीन गुना बड़ा है। चीन का जनसंख्या घनत्व मात्र 153 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, लेकिन इसके विपरीत हमारे प्राचीन देश भारत में 470 लोग हैं। इससे भी बड़ी समस्या यह है कि हमारे देश और राज्यों की जनसांख्यिकी में असंतुलन दिन-प्रतिदिन तीव्र गति से बढ़ रहा है। जनसंख्या असमानता के कारण 1947 में अखंड भारत का विभाजन किया गया था; 2008 में, सर्बिया को यूरोपीय देशों में विभाजित किया गया था, और अफ्रीका के सूडान को 2011 में विभाजित किया गया था। बढ़ती जनसंख्या में असंतुलन को नियंत्रित किया जाना चाहिए ताकि हमारा देश भारत फिर से खंडित न हो।देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए, हमारे बच्चों और भविष्य की पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए देश में एक सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाया और लागू किया जाना चाहिए। यदि आप देश में एक कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग का समर्थन करते हैं, तो आपको इस हस्ताक्षर संग्रह पत्र पर हस्ताक्षर करके देश के प्रति जवाबदेह होना चाहिए।
(जनसंख्या समाधान फाउंडेशन, असम द्वारा प्रकाशित और परिचालित)