जोधपुर, आकाश : जोधपुर से संवाददाता आकाश संगीत से नई जिंदगी का सफर तय करने वाले पवन जोशी जोधपुर से 45 किलोमीटर एक छोटे से कस्बे ओसियां में रहने वाले पवन इनकी जिंदगी तब बदली जब दोस्तो के कहने पर बातो ही बातो में एक गाना सुना डाला और फिर क्या था पवन की गायकी पर लगाम लगने वाली नही थी दोस्तो ने चुपके वीडियो बना कर वाइरल कर दिया। पवन के पिता अशोक जी पेशे से पेंटर ओर पेंटिंग कला में निपुण एवं उनकी माता जी ग्रहणी पवन अपने माता पिता को अपना आदर्श मानते है पवन की गायकी इस तरह से परवान चढ़ी की आज पवन पहचान के मोहताज नही है पवन राजस्थानी गाने, बॉलीवुड गाने भी गाते है पवन को इतनी प्रसिद्धि सोशल मीडिया द्वारा मिली पवन बताते है कि मेरे गुरु माणक लाल जी जोशी ने संगीत मैं निपुण किया। आजकल जिनको गाने के सरगम के बारे में नही पता खुद पर गाने फिल्मा कर ये साबित करने की कोशिश करते है कि हमने गाना गाया है जबकि असल में गाता कोई और है और दिखता कोई और है। पवन बताते है इस तरह के लोगो का कोई मोल नही पवन बताते है भजन सम्राट अनूप जलोटा जी ने जोधपुर में गणपत लाल जी हरक्यूलिश की स्मृति में संगीत के शाम महफ़िल में पवन की जम कर तारीफ की ओर निवास स्थान पर आने का आग्रह किया पवन बताते है आज के इस युग में संगीत इंसान पैदा होकर नही सीखता, संगीत माँ के पेट से सिख कर पैदा होता है एकता कपूर के जोधपुर में निजी कार्य में आने पर पवन को उन्होंने एक अच्छा कलाकार बता कर उन्हें अपनी प्रोडक्शन की बन रही बॉलीवुड फिल्म में गाना गाने के लिए सिलेक्ट किया और उन्होंने अपने ऑफिस का पता दिया। अपनी आवाज को रिकॉर्ड कर पेन ड्राइव उनको भेजे पवन अब मारवाड़ की धरती के धरोहर है पवन की छोटी सी संगीत से नई जिंदगी का सफर सीधा बॉलीवुड की तरफ लेकर जा रहा है। पवन पेशे से नृसिंग कर्मी है वो संगीत का सहारा लेकर अपने कस्बे में संगीत केंद्र खोलने की इच्छा रखते है ताकि युवाओं को संगीत सीखा सके पवन का कहना है कि संगीत ही एक ऐसा जरिया है जिससे दर्द को पूरा दबाया जा सकता है।
संगीत से नई जिंदगी का सफर तय करने वाले पवन जोशी..
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