मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: डीजे से गूंजते भक्ति संगीत, उस पर झूमते कलाकार, मन मोहता शिव-पार्वती का नृत्य, बम-बम भोले का जयघोष, स्वागत को पलकें बिछाए शिविर और उनमें भी शिव लीला का मंचन से कांवड़ियों को आकर्षित करते कलाकार। तड़के से ही कांठ रोड से कांवड़ बेड़ों ने गुजरना शुरू किया तो मानों पूरा क्षेत्र ही शिव भक्ति रूपी सागर में समा गया। दिन चढ़ने के साथ ही कांवड़ियों की संख्या बढ़ती गई।
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव क जलाभिषेक करने के लिए हरिद्वार से जल लाने वाले श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा। तड़के से ही कांवड़ बेड़ों ने पहुंचना शुरू कर दिया। शाम होने तक यह सिलसिला चरम पर पहुंच गया। इनमें शामिल डीजे से भक्ति संगीत का प्रवाह होता रहा। जिस पर श्रद्धालु नृत्य करते रहे। भोले के भक्ति संगीत से सराबोर होकर राहगीरों को भी झूमते देखा गया।
इन बेड़ों ने देर शाम तक अपने जलाभिषेक करने वाले शिवालयों पर भी पहुंचना शुरू कर दिया। जिससे वहां बम-बम भोले का जयघोष गूंजता रहा। इनके साथ इनके परिजनों के कारण भीड़ अधिक रही। यह सभी मंदिरों के कपाट खुलने की प्रतीक्षा करते हुए शिव भक्ति में लीन रहे। उधर बड़ी संख्या में श्रद्धालु निजी वाहनों से बृजघाट भी जल लाने रवाना हुए। यह भी रात में ही वापसी कर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। बाइक और साइकिलों से भी बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार से जल लेकर लौटे। कुछ पत्नी और बच्चों के साथ भी जल लेकर आए। इसके साथ निजी वाहनों से भी लोग जल लेकर शहर आए औरदेर शाम से ही शिवालयों पर पहुंच गए।