नोएडा, नगर संवाददाता: बुजुर्गों और अशिक्षित लोगों के डेबिट कार्ड बदलकर उनके बैंक खातों से रुपये निकालने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को ईएसआई अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया है।
डीसीपी राजेश एस ने बताया कि सेक्टर-11 निवासी सुरेंद्र सिंह रावत ने 12 फरवरी को पुलिस को शिकायत दी थी कि वह सेक्टर में एटीएम से पैसे निकालने गए थे। यहां पर कुछ आरोपियों ने डेबिट कार्ड बदलकर उनके खाते से 20 हजार रुपये और 35400 रुपये की खरीदारी कर ली। शिकायत के आधार पर ईएसआई अस्पताल के पास से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों की पहचान बिहार के मोतिहारी स्थित गांव सिंघा मलाईटोला निवासी रंजीत साहनी, जितेंद्र साहनी, मध्यप्रदेश के सहडौल के गांधीनगर निवासी प्रकाश चैहान और बिहार के दरभंगा निवासी अरुण सिंह के रूप में हुई।
आरोपियों ने खुलासा किया कि वह बिना सुरक्षाकर्मी वाले एटीएम पर जाते थे। यहां पर पैसे निकालने के लिए आने वाले बुजुर्गों और अशिक्षित लोगों को निशाना बनाते थे। आरोपी पैसे निकालने में मदद करने के बहाने ग्राहक से डेबिट कार्ड लेकर उसे बदल देते थे। इसी दौरान पासवर्ड भी देख लेते थे। आरोपी ऑटो लेकर घूमते थे। आरोपियों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर डेबिट कार्ड बदलने का तरीका सीखा था। जांच में सामने आया है कि सभी आरोपी अनपढ़ हैं।
पीड़ित सुरेंद्र के डेबिट कार्ड की लिमिट 20 हजार होने के चलते आरोपी ज्यादा नकदी नहीं निकाल सके। इसके बाद आरोपी प्रकाश और रंजीत ने प्रेमिका के लिए 35400 रुपये के दो नए मोबाइल खरीदे थे। वह करीब डेढ़ साल से वारदातों को अंजाम दे रहे थे। आरोपी अभी तक 100 से ज्यादा लोगों को शिकार बना चुके हैं। आरोपियों ने नोएडा के अलावा दिल्ली के लक्ष्मीनगर और गाजियाबाद में भी वारदात की है।
पीड़ित सुरेंद्र के डेबिट कार्ड की कैश निकालने की लिमिट खत्म होने के बाद आरोपी खोड़ा कॉलोनी में दुकान से मोबाइल खरीदने पहुंचे। जैसे ही आरोपियों ने भुगतान के लिए पीड़ित का कार्ड स्वाइप किया तो मोबाइल पर मैसेज आ गया। इस मैसेज में दुकान का पता पुलिस के पास पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया।