नई दिल्ली, नगर संवाददाता: नगर निगमों को लेकर चल रहे घमासान के बीच उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जय प्रकाश ने आम आदमी पार्टी (आप) नेता दुर्गेश पाठक के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि आप नेता के आरोप झूठे हैं, उनमें कोई दम नहीं है। खराब वित्तीय हालातों में भी निगम अच्छा कार्य कर रहा है। इसलिए उत्तरी निगम को आम आदमी पार्टी की तरफ से निशाना बनाया जा रहा है। प्रेस वार्ता के दौरान उत्तरी दिल्ली नगर निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी, नेता सदन, योगेश वर्मा और पूर्व उपाध्यक्ष स्थायी समिति, विपीन मल्होत्रा उपस्थित थे।
महापौर जय प्रकाश ने कहा कि मुझपर और मेरे बेटे पर झूठे आरोप लगाए हैं। जिस संपत्ति की बात की जा रही है उस संपत्ति का मेरा बेटा किरायेदार है। रुपेश कुमार ने यह संपत्ति रूचिका जैन को दी उनसे मेरे बेटे ने यह संपत्ति ली। सारे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। अगर इनके (दुर्गेश पाठक) खिलाफ मानहानि का केस करना होगा वह भी करूंगा। उन्होंने कहा कि इसको लेकर 10-11-2020 को डूसिब को पत्र लिखा था। किराये का पैसा डूसिब को जमा किया गया। दिल्ली के अंदर हजारों संपत्ति ऐसी हैं। इतने वर्षों से डूसिब किराया किस आधार पर ले रही है। इन आरोपों से डरेंगे नहीं। बादली, आदर्श नगर के विधायक जमीन पर कब्जा करा रहे हैं जिसके दस्तावेज जल्द ही सार्वजनिक किए जाएंगे। जय प्रकाश ने कहा कि ये 13 हजार करोड़ की लड़ाई है। आप के विधायक डर कि वजह से झूठे आरोप लगा रहे हैं।
बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाया था कि मेयर ने डूसिब की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। जय प्रकाश ने चार मंजिल मकान अपने दबंगई से बनाया। डूसिब तीन बार नोटिस भेज चुकी है। दिल्ली पुलिस भी इस मामले को लेकर कम्प्लेंट कर चुकी है। दुर्गेश पाठक ने कहा था कि डूसिब ने इसको लेकर नगर निगम को नोटिस भी भेजा। पहला नोटिस जुलाई 2020, दूसरा नोटिस दो महीने बाद जबकि तीसरा नोटिस कल यानी 10 फरवरी 2021 को भेजा है।