नई दिल्ली, नगर संवाददाता: यमुना की तलहटी में बसे किसानों और मजदूरों के बच्चों को शिक्षा देने के लिए लोहा पुल के पास दिल्ली विकास प्राधिकरण पोर्टा केबिन स्कूल बनाने के लिए पूर्वी निगम को जमीन मुहैया कराएगा। पूर्वी निगम शिक्षा विभाग, शिक्षा समिति अध्यक्ष सहित डीडीए अधिकारियों के साथ यहां निरीक्षण कर जमीन को चिन्हित कर लिया है। बताया गया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत नये वित्त वर्ष अप्रैल माह में पोर्टा केबिन स्कूल का कार्य शुरू हो जाएगा।
पूर्वी निगम के शिक्षा विभाग ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत सभापुर से लेकर नोएडा बार्डर से सटे यमुना खादर में रह रहे सैकड़ों किसान और मजदूरों के बच्चों को शिक्षित करने के लिए एक योजना बनाई थी। इसके लिए एक सर्वे कराया गया, जिसमें पाया गया कि करीब 1500 से 1600 बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने कभी स्कूल का मुंह नहीं देखा है। इन बच्चों की उम्र चार साल से दस साल के बीच बताई गई है। शिक्षा समिति के अध्यक्ष रोमेश शर्मा का कहना है कि पोर्टा केबिन स्कूल बनाने के लिए यमुना खादर में जमीन की जरूरत थी इसलिए शिक्षा समिति और पूर्वी निगम शिक्षा विभाग की तरफ से दिल्ली विकास प्राधिकरण और बाढ़ सिंचाई विभाग को दिसंबर में पत्र लिखे गए थे।
दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने गत जनवरी में पूर्वी निगम शिक्षा विभाग अधिकारियों के साथ लोहा पुल के समीप यमुना खादर में निरीक्षण किया। लोहा पुल के नीचे बनी गऊशाला से थोड़ी दूरी पर पोर्टा केबिन स्कूल बनाने के लिए जगह आवंटित करने के लिए कहा है। शिक्षा समिति अध्यक्ष का कहना है कि यहां किसान और मजदूरों के परिवार भी बढ़ी संख्या में रहते हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वी निगम ने 12 पोर्टा केबिन के लिए जगह मांगी है। यहां पहली से पांचवीं कक्षा के दो-दो क्लास शुरू की जा सकेंगी। इसमें एक रूम प्रधानाचार्य के लिए होगा। पहले चरण में करीब 300 बच्चों का दाखिला किया जाएगा।