गुरुग्राम, नगर संवाददाता: हीरो होंडा चैक के नजदीक गांव खांडसा के सामने बीकानेर चैक पर ट्रैफिक जाम की समस्या दिन प्रतिदिन गहराती जा रही है। लंबे समय से चैक पर फ्लाईओवर या अंडरपास बनाने की मांग चल रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं। नतीजा यह है कि न केवल कामकाजी लोग परेशान हैं बल्कि औद्योगिक विकास पर भी असर पड़ रहा है। कामकाजी लोग कई बार समय से अपने काम पर नहीं पहुंच पाते हैं।
जब हीरो होंडा चैक पर फ्लाईओवर एवं अंडरपास बनाने का काम चल रहा था उसी समय बीकानेर चैक पर भी अंडरपास या फ्लाईओवर बनाने की मांग की गई थी। लोगों ने यहां तक कहा था कि बीकानेर चैक की समस्या का समाधान न होने पर हीरो होंडा चैक पर अंडरपास बनाने का अधिक लाभ नहीं होगा। कुछ ऐसा ही दिख रहा है। पीक आवर की बात दूर 24 घंटे बीकानेर चैक पर ट्रैफिक का दबाव रहता है।
चैक के आसपास हजारों औद्योगिक इकाइयां हैं। इनमें काम करने वाले लोगों को ही नहीं बल्कि आसपास के इलाके के लोगों को भी परेशानी होती है। यही रहीं पटौदी से लेकर रेवाड़ी तक जाने वाले लोग परेशान होते हैं क्योंकि यह रोड हीरो होंडा चैक से पटौदी होते हुए रेवाड़ी तक जाता है। कुछ साल पहले इसे राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया है। बता दें कि हीरो होंडा चैक से वाया पटौदी होते हुए रेवाड़ी तक का राष्ट्रीय राजमार्ग एनएचएआइ के रेवाड़ी कार्यालय के अंतर्गत आता है। कुछ भी बनाने के बारे में जल्द निर्णय लिया जाए। स्थिति यह है कि बीकानेर चैक का नाम सुनकर लोग घबराने लगे हैं। ट्रैफिक जाम चैक के रूप में बीकानेर चैक की पहचान हो चुकी है। जाम लगने से इलाके में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। जल्द समस्या का समाधान किया जाए।