गाजीपुर, यूपी/विजय नारायण चैाहानः जैसी आशंका थी वही हुआ। करंडा ब्लाक प्रमुख पति अमरनाथ यादव की हत्या में जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अरुण सिंह, करंडा प्रमुख प्रत्याशी राजेश सिंह रिंकू, विनोद सिंह तथा चंदन सिंह फंस गए। मिली खबर के मुताबिक वाराणसी के सारनाथ थाने में अमरनाथ के बेटे आशीष यादव की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में इन्हें नामजद किया गया है। इस बीच शाम करीब तीन बजे वाराणसी पुलिस करंडा पुलिस को लेकर नारीपचदेवरा पहुंची। जहां अरुण सिंह को हिरासत में लेकर वाराणसी लौट गई। तब वह अपने प्रबंधन वाले मां दुर्गा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के ऑफिस में बैठे थे। मालूम हो कि सारनाथ थाना क्षेत्र के अकठा(पहड़िया) के पास शनिवार की सुबह करीब दस बजे अमरनाथ की सरेराह गोली मार कर हत्या कर दी गई। घटना के बाद ही यह चर्चा होने लगी थी कि संभव हो एफआईआर में अरुण सिंह व रिंकू का नाम दर्ज हो। अरुण सिंह से अमरनाथ की अदावत यही है कि उनके भांजे की हत्या के प्रयास में अमरनाथ नामजद था। इसके अलावा अरुण के चचेरे भाई शराब कंपनी के मैनेजर मनोज सिंह की हत्या और लूट के मामले में पुलिस विवेचना में भी अमरनाथ का नाम आया था। रही बात रिंकू सिंह की तो वह करंडा प्रमुख पद के प्रत्याशी हैं। जहां सपा अमरनाथ के बेटे को टिकट दी
करंडा ब्लाक प्रमुख पति अमरनाथ यादव की हत्या
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