मुंबई। केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संकेत दिए हैं कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना दोबारा साथ आ सकते हैं। थाणे के जनजातीय क्षेत्रों में कई बैठकों के मौके पर गडकरी ने आज कहा कि समय और आवश्यकताओं के अनुरूप यदि जरूरत पडी तो बिछडे दो साथी फिर एक हो सकते हैं।
हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि यह मामला एकतरफा नहीं हो सकता इसके लिए शिवसेना की ओर से भी इच्छा जताई जानी जरूरी है। गडकरी ने कहा कि भाजपा को नव निर्माण सेना के साथ भी हाथ मिलाने से परहेज नहीं है। जरूरत पडी तो, हम उनसे भी संपर्क करेंगे। गडकरी के इस बयान को महाराष्ट्र की राजनीति के नजरिए से काफी अहमियत दी जा रही है क्योंकि उनका राज्य की राजनीति में खासा दबदबा है और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ अच्छी बनती है।
शिवसेना और भाजपा का बरसों पुराना गठबंधन सीटों के बंटवारे को लेकर उपजे तगडे मतभेद को लेकर टूट चुका है और दोनो ही पाॄटयां विधानसभा में अकेले उतरने की तैयारी कर चुकी हैं। चुनाव प्रचार में एक दूसरे पर तीखे हमले भी कर रही हैं लेकिन अदंर खाते कहीं करीब आने की मुहिम भी चल रही है।