असम, बिजय कनोई : अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन नगांव शाखा द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन 26 सितंबर रविवार को बी.पी सीविल हॉस्पिटल के ब्लड बैंक के सौजन्य से किया गया। शिविर के विषय में चर्चा करते हुए एबीएमएमएस की अध्यक्षा श्रीमती शालिनी बगड़िया ने बताया कि ये शिविर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है। पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को कमजोर समझा जाता है और आमतौर पर यह भ्रांति है कि महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती पर आज के इस हमारे शिविर में 50प्रतिशत योगदान महिलाओं का रहा और यह पूरा शिविर महिलाओं के द्वारा आयोजित किया गया। रक्तदान को शास्त्रों के अनुसार कलयुग का सबसे बड़ा धार्मिक कृत्य माना गया है। रक्तदान करके जो आत्मिक सुख मिलता है और किसी दान से नहीं मिलता। दान करना तो भारत भूमि की परंपरा है जीते जी रक्तदान मरणोपरांत ने अंगना नेत्रदान को हमें अपने जीवन का आधार बनाना चाहिए। रक्तदान का महत्व हमें तब एहसास होता है जब हमारा कोई अपना इसकी कमी की वजह से जीवन मृत्यु से संघर्ष करता है। इसीलिए आज के इस समय में जरूरत है कि हम रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक करें और यह महिला सम्मेलन का क्षेत्र में एक बहुत ही प्रशंसनीय कदम है। ज्ञात हो कि सम्मेलन के अध्यक्ष शालिनी बगड़िया सचिव कुमुद लोहिया और कोषाध्यक्ष रंजू जितानी है। इस शिविर में सम्मेलन के सदस्याएं कुसुम आलमपुरिया, सरिता अग्रवाल, श्वेता अग्रवाल, मुस्कान शर्मा, लीला वर्मा, रिंकू गीदड़ा , आशा रातू सरिया, सरोज भजनका, नीरजा खाटू वाला, सुधा भजनका, गुड्डी नाहटा, सरिता छाजेड़, संगीता सौभासरिया और संगीता आलमपुरिया का सहयोग उल्लेखनीय रहा। शाखा कार्यकारिणी ने सभी को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और ब्लड बैंक के काउंसलर रिकू दत्ता का भी धन्यवाद दिया।
आज के इस शिविर का प्रयोजन स्व श्री प्यारेलाल शर्मा की पुण्य स्मृति में उनके पुत्र श्री सुरेश कुमार शर्मा और महेश शर्मा द्वारा किया गया था
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