मुख्यमंत्री योगी ने अपने आवास पर शुरू किया जनता दरबार

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लखनऊ, नगर संवाददाता : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के दोनों काल में मुख्यमंत्री योगी का बंद जनता दरबार आज से शुरू हो गया है। करीब 16 महीने बाद मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में शुरू हुए जनता दरबार में लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर सुबह से ही भीड़ लग गई। व्यवस्था देखने के लिए तैनात अधिकारियों ने एक बार में पांच लोगों को अंदर भेजना शुरू किया। मुख्यमंत्री योगी ने लोगों की समस्याओं को सुना और समाधान के लिए अफसरों को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रविवार को आज से जनता दरबार शुरू करने के फैसले के कारण पहले दिन अपेक्षाकृत कम ही लोग उनके पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। उन्होंने सभी की समस्या को काफी गंभीरता से सुनने के बाद अपने दिवस अधिकारी को संबंधित विभागों से इन सभी की समास्या के शीघ्र निराकरण कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ठीक नौ बजे से लोगों के बीच पहुंचकर उनका अभिवादन भी किया। योगी आदित्यनाथ के दरबार में सोमवार को आने वालों में युवाओं की संख्या अधिक थी। इनमें भी बड़ी संख्या में बच्चियां थीं।
दरअसल, कोरोना संक्रमण के कारण जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन स्थगित कर दिया गया था। संक्रमण की स्थिति में लगातार सुधार को देखते हुए मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन कार्यक्रम फिर शुरू करने का निर्णय लिया गया। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री द्वारा जनता.दर्शन में दिए गए निदेशरें पर अमल की निगरानी मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर से होती है। बड़ी संख्या में लोगों को जनता.दर्शन से राहत मिलती रही है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में काफी कमी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोजाना सुबह जनता दर्शन कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया है।
गौरतलब हो कि कोरोना काल में संक्रमण के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर नियमित चलने वाला जनता दर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिया था। इस दौरान जनता की शिकायतों.समस्याओं का निस्तारण आनलाइन माध्यमों से किया जा रहा था। अब संक्रमण घटने पर स्थिति में सुधार को देखते हुए निर्णय किया गया है कि लखनऊ में मुख्यमंत्री जनता दर्शन कार्यक्रम सोमवार से फिर शुरू होगा। कालिदास मार्ग पर अपने सरकारी आवास पर योगी सुबह नौ बजे से जनता से मिलकर समस्याएं सुनेंगे और साथ ही समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा.निर्देश देंगे।