नई दिल्ली, नगर संवाददाता: बुराड़ी में शनिवार देर रात बदमाशों ने 65 साल की महिला की गला रेतकर हत्या कर दी और पहचान छिपाने के लिए घर में आग लगा दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा था और दाहिना पैर झुलसा हुआ था। अभी तक की जांच में लूटपाट के लिए हत्या की बात सामने आ रही है। घटना के वक्त 65 वर्षीय रजवारी देवी घर में अकेली थीं।
पुलिस के अनुसार, 40 वर्षीय प्रमोद पत्नी सुनीता के साथ कमालपुर इलाके में रहते हैं। साथ में ही मां रजवारी देवी भी रहती थीं। प्रमोद ने बताया कि 12 दिन पहले उसकी बहन सुमन के पति गोपाल कृष्णन की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। ऐसे में वह देखभाल के लिए अक्सर अपनी बहन के खजूरी खास स्थित घर पर जाते थे। प्रमोद ने बताया कि वह शनिवार शाम छह बजे के करीब पत्नी सुनीता के साथ खजूरी खास गए थे। घर पर मां अकेली थीं। नौ बजे रात जब प्रमोद लौट रहे थे तो पड़ोसी ने घर में आग लगने की सूचना दी। आनन-फानन में घर पहुंचे तो देखा कि दरवाजा खुला हुआ था। पड़ोसियों की मदद से आग बुझाई तो मां की लाश कमरे में पड़ी देखी। इसके बाद प्रमोद ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज पुलिस की तीन टीम का गठन किया गया है। हालांकि अभी तक वारदात से जुड़ी कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली है जिससे कुछ सुराग मिल सके।
पुलिस इस वारदात के पीछे परिवार के किसी जानकार के हाथ होने का शक जता रही है। दरअसल, प्रमोद परिवार सहित उत्तराखंड कॉलोनी स्थित अपने मकान में रहते थे। लेकिन, व्यवसाय में घाटे की वजह से मकान बेचकर कमालपुर में उन्होंने नया मकान ले लिया। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि मकान बेचने से मिली रकम को लूटने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया गया है। प्रमोद का भी कहना है कि घर से 50 हजार रुपये गायब हैं। प्रमोद का परिवार लगातार मुश्किलों से जूझ रहा है। दो साल पहले पिता की मौत हो गई। फिर बहनोई की मौत हो गई। अब उनकी मां की हत्या कर दी गई। प्रमोद पहले कैब चलाते थे लेकिन घाटा होने पर उसे बेच दी। इसके बाद ढाबा खोला तो लॉकडाउन में वह भी बंद हो गया। इन दिनों वह रेहड़ी पर छोले भठूरे बेच रहे हैं।