सोहना, हरियाणा, नगर संवाददाता: प्रधानमंत्री से लेकर डाक्टर तक यही अपील कर रहे हैं कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोग मास्क जरूर लगाएं। शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखें। इसके बाद भी लोग लापरवाह है। सोहना की सब्जी मंडी का सबसे बुरा हाल है।
बुधवार सुबह मंडी में सात से आठ सौ लोग थे। किसान सब्जी लेकर बेचने आए तो थोक व फुटकर खरीदार सब्जी लेने के लिए पहुंचे थे। दैनिक जागरण ने पड़ताल की तो सौ में से एक दो लोग ही मास्क पहने नजर आ रहे थे। बगैर मास्क के सब्जी बेचने पहुंचे दौला के रामऔतार से जब मास्क नहीं लगाने के बारे में सवाल किया तो वह इधर-उधर देखने लगे। वहीं उनके बगल में खड़े सजीवन ने कहा, कोई भी मास्क नहीं लगाकर आता इसलिए हम भी नहीं लगा कर आए। इन्हें शायद यह नहीं पता कि साठ से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोरोना सबसे अधिक खतरनाक है।
मंडी में कोई पुलिस कर्मी दिखाई नहीं दिया। मंडी समिति से जुड़े कर्मचारी भी बिना मास्क लगाए एक-दूसरे से गप्पें मार रहे थे, जबकि पिछले साल ही कोरोना संक्रमण बढ़ने से मंडी दस दिन के लिए बंद करनी पड़ी थी। स्थानीय पुलिस अधिकारी तो अपनी सीट पर बैठ जुर्माना लगाने के आंकड़े तो बता देते हैं पर मंडी में किसी पुलिस कर्मी की ड्यूटी नहीं लगाई गई कि वह बिना मास्क आए लोगों पर जुर्माना कर सकें।शारीरिक दूरी के नियम की धज्जी उड़ाई जा रही है। लोग तो लापरवाह ही है, जिम्मेदारी अधिकारी भी नहीं जागे तो हालात विस्फोटक हो सकते हैं।