गाजियाबाद, नगर संवाददाता: स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अपने पसंद का काम सीखकर खुद को रोजगार करने योग्य बनाएंगी। इसके लिए ग्राम्य विकास विभाग ने महिलाओं से आवेदन मांगे हैं। आवेदन करने वाली महिलाओं को रुडसेट संस्थान में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
रुडसेट (रूरल डवलपमेंट एंड सेल्फ एम्पलॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) में समूह की महिलाओं के लिए विभिन्न कौशल कार्यक्रम संचालित किया जा रहे हैं। यहां पर महिलाओं को उनकी रुचि के अनुसार एक से तीन माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें हाथ की दस्तकारी के अलावा कंप्यूटर कोर्स भी कराया जाएगा। इससे वे आसानी से अपना रोजगार शुरू कर सकेंगी। ग्राम विकास विभाग ने इसके लिए महिलाओं से आवेदन मांगे हैं।
दरअसल, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जिले में करीब एक हजार से ज्यादा स्वयं सहायता समूह बनाए जा चुके हैं। इसका उद्देश्य जिले की ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या महिलाओं के सामने यह आती है कि वे कौन सी ट्रेड में प्रशिक्षण लें। अभी तक महिलाओं को सिर्फ कुछ चुनिंदा ट्रेड में ही प्रशिक्षण दिया जाता था। मगर अब ग्राम्य विकास विभाग महिलाओं को दस से ज्यादा ट्रेड में प्रशिक्षण देगा। जिला विकास अधिकारी ने बताया कि रुडसेट में अब तक 50 से ज्यादा समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
महिलाओं को मोमबत्ती, डिटर्जेंट बनाना, हैंडवॉश, एलईडी बल्ब बनाना, मिट्टी के बर्तन, रेडिमेट कपड़ों के अलावा विभिन्न कंप्यूटर कोर्स भी कराए जाएंगे। प्रशिक्षण के बाद ये महिलाएं स्वरोजगार करने में सक्षम बनेंगी। जो महिलाए स्वरोजगार नहीं करेंगी, उन्हें उनके क्षेत्र में काम दिलाया जाएगा। इसके अलावा खेती करने वाली महिलाओं को जैविक खेती करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही इन महिलाओं को डेयरी भी खुलवाई जाएंगी। महिलाओं की जिस काम में रुचि होगी, वही उन्हें सिखाया जाएगा।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को ऋण देने की भी सुविधा की गई है। प्रशिक्षण लेने के बाद व्यवसाय के हिसाब से उन्हें ऋण भी दिलवाया जा रहा है। जो समूह लोन लेने के इच्छुक हैं, वे भी विभाग में आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद विभाग बैंक को ऋण का प्रस्ताव भेजेगा। सत्यापन के बाद एक माह में समूह को ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा यदि समूह कोई बड़ा काम शुरू कर रहा है तो उसे तीन लाख रुपये से ज्यादा का ऋण भी दिलवाया जाएगा।
जिला विकास अधिकारी भाल चंद्र त्रिपाठी ने कहा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 10 से ज्यादा ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें आवेदन करना होगा। रुडसेट संस्था में विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रम संचालित हैं, जहां महिलाओं को पहले से ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है।