पुणे, महाराष्ट्र, नगर संवाददाता: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने शुक्रवार को चेताया कि अगर एक सप्ताह में पुणे में कोविड-19 की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो ‘कड़े कदम’ उठाए जाएंगे। पुणे के प्रभारी मंत्री पवार ने जिले की स्थिति की समीक्षा करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में चेतावनी भी जारी की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों को बताना चाहता हूं कि हालात गंभीर हो रहे हैं। अगर हालात ऐसे ही रहे तो हमें अप्रैल के पहले सप्ताह से जिले में और सख्ती बरतनी होगी।’’ उप मुख्यमंत्री ने लोगों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने को कहा। उन्होंने मास्क लगाने, दो गज की दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने पर फिर से जोर दिया। उन्होंने कहा कि विवाह समारोह में अधिकतम 50 जबकि अंतिम संस्कार में 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी। सभी राजनीतिक और सामाजिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए हैं। पवार ने कहा, होटलों और रेस्तरां को 50 प्रतिशत क्षमता से साथ रात 10 बजे तक काम करने की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य ने निजी अस्पतालों के 50 प्रतिशत बिस्तरों को अपने नियंत्रण में लेने का फैसला लिया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने पुणे में विशाल अस्पताल और पिम्पड़ी चिंचवड़ में बड़ा सुविधा केन्द्र शुरू किया है जो अप्रैल से संचालित होगा। हम शहर में भी कोविड-19 केन्द्र शुरू कर रहे हैं।’’ उन्होंने बताया, ‘‘आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए हम रायगढ़ के ऑक्सीजन प्लांट के साथ बातचीत कर रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि जिले में टीकाकरण केन्द्रों की संख्या दोगुनी करने की भी योजना है।
कोविड-19: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने पुणे में सख्ती की चेतावनी दी
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