गुरुग्राम, नगर संवाददाता: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में कंपनियों ने कर्मचारियों का करोड़ों रुपये का भविष्य निधि (पीएफ) उनके खाते में जमा नहीं करवाया, जबकि कंपनी कर्मचारियों के वेतन से पीएफ काट रही है। आरोप है कि कंपनी मालिकों ने कर्मचारियों के रुपये गबन कर लिए। राज्य कर्मचारी भविष्य निधि निगम ने पीएफ जमा नहीं करवाने वाली 11 कंपनियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया है। इसस पहले दो मार्च को भी तीन कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था।
भविष्य निधि निगम अधिकारियों के अनुसार जिले में 150 से ज्यादा कंपनियों ने कर्मचारियों का पीएफ जमा नहीं करवाया। निगम की तरफ से लगातार कंपनियों को नोटिस दिया गया। अब कार्रवाई की जा रही है। पीएफ विभाग के प्रवर्तन अधिकारी ने बताया कि जिले की 11 कंपनियों के निदेशक और मालिक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। इन कंपनियों के मालिकों ने कर्मचारियों के वेतन से पीएफ जमा करवाने के लिए रुपये काटे, लेकिन उनके खाते में पीएफ जमा नहीं करवाया गया। ऐसे में कंपनियों को विभाग की तरफ से पीएफ जमा करवाने के लिए कहा गया्र लेकिन कंपनी की तरफ से रुपये जमा नहीं करवाए गए। उसके बाद गुरुवार को विभिन्न थानों में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि बेगमपुर स्थित एमटैक्स ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम कंपनी ने नवंबर 2019 से मार्च 2020 तक कर्मचारियों पीएफ जमा नहीं करवाया। सिविल लाइन स्थित मुस्कान सर्विस ने 2018 में अप्रैल के पांच महीने और 2019 में जनवरी माह का पीएफ जमा नहीं कराया। इसी तरह माइलस्टोन प्रकृति कंपनी ने नवंबर 2018 से अगस्त 2020 तक, सूरज डायग्नोस्टिक रिसर्च सेंटर ने मार्च 2015 से जनवरी 2016 तक वेतन से पीएफ काटा लेकिन जमा नहीं कराया। एबीएम इंजीनियर उद्योग विहार, अग्र्रेसिव इलेक्ट्रानिक्स, कत्यानी ईमेजिस,फाइन ग्रेस ऑफिस, एनटीएच हिटच, बर्जन सिस्टम सहित अन्य कंपनियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं।