नई दिल्ली, नगर संवाददाता: इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने 14 वर्षीय बच्चे की नाक से दुर्लभ ट्यूमर निकालकर उसे नई जिंदगी दी है। बच्चे की नाक में ट्यूमर होने से वह ठीक से सांस नहीं ले पा रहा था। नाक से ट्यूमर निकलाने के लिए डॉक्टरों ने नासल एंडोस्कोपी सर्जरी की।
अस्पताल के ईएनटी (सर्जरी) विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर डॉ. नूर उल दिन मलिक ने बताया कि बच्चे की नाक में दुर्लभ ट्यूमर (जुवेनाइल एंजियोफाइब्रोमा-जेए) हो गया था। इसके चलते उसकी नाक के बाईं ओर रुकावट थी। बच्चे को सांस लेने में तकलीफ थी। इस तरह के ट्यूमर बेहद दुर्लभ होते हैं। देश में हर साल 50 हजार लोगों में से किसी एक में ऐसा ट्यूमर देखने को मिलता है। नाक का ट्यूमर घातक होता है और समय पर इलाज न मिलने की स्थिति में ट्यूमर कैंसर में भी बदल सकता है।
डॉ. मलिक ने बताया कि इस तरह का ट्यूमर सिर्फ किशोर लड़कों में ही होता है। इसका कारण पुरुष हॉर्मोन्स होते हैं। पहले इस तरह के ट्यूमर को निकालने के लिए बाहरी तरीके अपनाए जाते थे, लेकिन अब एंडोस्कोपी के द्वारा इलाज किया जाता है। इस मामले में ट्यूमर की स्थिति को देखते हुए एंडोस्कोपी थोड़ी मुश्किल थी। ट्यूमर नाक से बाहर की ओर आ रहा था। सर्जरी के लिए जगह नहीं थी। एंडोस्कोपी के द्वारा ट्यूमर को अलग किया। बाहरी चीरा लगाए बिना पूरी तरह से ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है।