फतेहपुर, नगर संवाददाता: तहसील में संचालित गोशालाओं में रखे गए मवेशियों को जरूरतमंदों के साथ ही कुपोषित परिवारों को दिया गया है। इन मवेशियों से जहां एक ओर उनको शुद्ध दूध मिलेगा। वहीं, दूसरी ओर उनको शासन की ओर से मवेशियों के पालन के लिए प्रति वर्ष 900 रूपए की धनराशि भी दी जा रही है। तहसील में लगभग 200 परिवार इस योजना का लाभ ले रहे हैं। अब पशुपालन विभाग ने मवेशियों का सत्यापन कराने के लिए योजना बनाई है। जिसके लिए एक टीम गठित की जाएगी और एक तरफ से सत्यापन कराया जाएगा। मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत कुपोषण से जूझ रहे परिवार के लोग उचित पोषण के लिए शुद्ध दुध की जरूरत को देखते हुए गाय दी गईं हैं। जिससे भूसा चारा देने में कोई समस्या न हो इसके लिए 900 रूपए की सहायता राशि दी जा रही है। पशु चिकित्साधिकारी डा. एसबी सिंह ने बताया कि जरूरतमंदों को गाय उपलब्ध कराईं जा रही हैं। अन्य जो लोग भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं वह विभाग से संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं। गाय पालने के इच्छुक चार व्यक्तियों के नाम और सामने आए हैं जिनके फार्म भरवाकर सत्यापन के लिए भेज दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने योजना का लाभ लिया है। उनके पास विभागीय कर्मचारी पहुंचकर मवेशी का सत्यापन करेंगे।
योजना का लाभ ले रहे पशु पालकों की होगी जांच
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