नई दिल्ली, नगर संवाददाता: उत्तरी दिल्ली निगम के औद्योगिक क्षेत्रों में बने प्लाटों पर अब प्रत्येक फ्लोर पर अलग-अलग फैक्ट्रियों के लिए लाइसेंस जारी होगा। निगम ने इसके लिए संशोधित की गई नीति को लागू कर दिया है। नीति के लागू होने के बाद न केवल प्रत्येक फ्लोर पर फैक्ट्री लाइसेंस जारी होने का रास्ता खुल गया बल्कि उन लोगों को भी राहत है जो पुरानी नीति के तहत प्रत्येक फ्लोर पर अलग-अलग लाइसेंस लेकर फैक्ट्री नहीं चला सकते थे। इससे नई फैक्ट्रियां खुलेगी और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि लोगों को रोजगार के अवसर देन के लिए मौजूदा औद्योगिक क्षेत्रों में प्रत्येक फ्लोर पर फैक्ट्री लाइसेंस देने की नीति को लागू किया है। मध्यम, हल्के और सेवा उद्योगों के लिए सभी मंजिलों पर फैक्ट्री लाइसेंस लिया जा सकता है। नागरिक अब उत्तरी निगम ने अपने अधिकार क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्रों में सभी मंजिलों पर फैक्ट्री लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि महालांकि भवन की मजबूती सुनिश्चित करने के लिए ढांचागत मजबूती भी दिखानी होगी। इसके लिए लोग निगम की वेबसाइट के माध्यम से फैक्ट्री लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। स्थायी समिति अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी ने बताया कि काफी समय से औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों द्वारा यह मांग की जा रही थी। निगम ने इस मांग को एक निश्चित समय सीमा में पूरा किया है।