गाजियाबाद, नगर संवाददाता: गंगनहर पटरी के चैड़ीकरण का काम इसी माह शुरू होने की उम्मीद है। शासन ने इसकी मंजूरी देने के साथ ही लोक निर्माण विभाग को पांच करोड़ रुपये जारी कर दिए। मुरादनगर नहर पुल से लेकर मुजफ्फरनगर तक पटरी को चैड़ा किया जाएगा।
फिलहाल गंगनहर की एक ही पटरी सही है। उस पर ही वाहन चलते हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान उस पटरी पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद करनी पड़ती है। एक ही पटरी से लाखों कांविड़यों का रैला निकलता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो साल पहले गंगनहर की दूसरी पटरी को भी चैड़ी करने का निर्णय लिया था। वह पटरी केवल कांवड़ियों के लिए तैयार की जाएगी, जबकि दूसरी पटरी पर वाहन चलते रहेंगे। गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर की सीमा तक चैड़ीकरण होगा। शासन स्तर से कोरोना के चलते फाइल को मंजूरी नहीं मिल रही थी। एक साल तक फाइल लंबित रही। लेकिन शासन ने अब गंगनहर पटरी को चैड़ी करने की मंजूरी दे दी है। जिस पटरी पर काम होना वह एक लेन है। इसे अब दो लेन किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन मनीष वर्मा ने बताया कि शासन से पांच करोड़ रुपये स्वीकृत हो गए। इसी माह में चैड़ीकरण का काम शुरू करा दिया जाएगा। पेड़ों को शिफ्ट कराया जाएगा।
गंगनहर पटरी के चैड़ीकरण के बाद कांवड़ यात्रा एकदम आसान हो जाएगी। कांवड़ियों को हरिद्वार से आने के लिए एकदम सीधा रास्ता मिल जाएगा। यूपी ही नहीं दिल्ली और हरियाणा के कांवड़ियों को भी लाभ मिलेगा। पाइपलाइन से बड़ी संख्या में कांवड़ियां दिल्ली जाते हैं।
गंगनहर पटरी के चैड़ीकरण का काम तीन जनपद में होगा। गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर अपने क्षेत्र में चैड़ीकरण का काम करेंगे। मेरठ लोक निर्माण विभाग को नोडल बनाया गया है। मुरादनगर से लेकर मुजफ्फरनगर तक गंगनहर पटरी करीब 109 किलोमीटर है।