नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली की तीनों नगर निगमों में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। धरने के दूसरे दिन हड़ताली कर्मचारियों ने निगम मुख्यालय सिविक सेंटर के ई ब्लॉक स्थित लिफ्ट को बंद कर दिया। इससे 28 मंजिल तक कर्मचारी अपने-अपने कार्यालय में नहीं पहुंच सके। लंच के बाद लिफ्ट को खोला गया तब कार्यालय में कार्य शुरू हो सका। वहीं, यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता धरने पर बैठे रहे। हड़ताल का अधिक असर हिंदूराव अस्पताल में देखने को मिला, जहां हड़ताली कर्मचारियों और महापौर जयप्रकाश के बीच वेतन को लेकर नोकझोंक हुई। इसके साथ ही वेतन नहीं तो काम नहीं के नारे लगाए।
कर्मचारी सिविक सेंटर में शुक्रवार सुबह जब अपने-अपने कार्यालय के लिए पहुंचे तो वहां मौजूद यूनियन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनको रोकना शुरू कर दिया। यूनियन के पदाधिकारियों ने लिफ्टों को बंद करा दिया। इस कारण कर्मचारी और अधिकारी समय से कार्यालय में नहीं पहुंच सके। सिविक सेंटर में धरने पर बैठी महिलाओं ने हाथों में नारे लिखी तख्ती ले रखी थी, जिन पर लिखा था- न आटा है, न दाल है…, घर का बुरा हाल है…। उन्होंने लिफ्ट के समीप खड़े कर्मचारियों से भी धरने में शामिल होने के लिए कहा। पूर्वी निगम के पटपड़गंज मुख्यालय में हड़ताल का असर नहीं दिखा। यहां अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने कमरों में बैठे काम कर रहे थे। पूर्वी निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल में कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों तथा कार्यकताओं ने सुबह नौ बजे से 12 बजे तक सांकेतिक धरना दिया, लेकिन अस्पताल में ओपीडी में रोजमर्रा की तरह मरीजों के कार्ड बनाए गए और डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज भी किया।
उत्तरी निगम के हिंदूराव अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ तथा नर्सों ने हड़ताल के दौरान काम काज बंद रखा। यहां महापौर जयप्रकाश हड़ताल को समाप्त करने का आग्रह करने पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने उन्हें घेर लिया और कहा कि जब तक वेतन नहीं तब तक काम नहीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की।