नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली के वरिष्ठ डॉक्टर रविंद्र के दीवान को महरौली स्थित राष्ट्रीय क्षय एंव श्वसन रोग संस्थान का नया निदेशक बनाया गया है। डॉ. रविन्द्र थोरेसिक सर्जन हैं और वह पिछले कई सालों से इसी संस्थान में काम कर रहे हैं। उन्होंने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में बताया कि वह 28 से अधिक सालों से थोरेसिक सर्जरी के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
डॉ. रविन्द्र ने कि निदेशक का पद संभालने के बाद अब वह संस्थान की तरक्की के लिए काम करेंगे। सबसे पहले वे एक ऐसी एप लेकर आ रहे हैं जिससे मरीजों को लक्षण बताने के बाद ही सम्बंधित विभाग के डॉक्टर का अपॉइंटमेंट मिल जाएगा, जिससे मरीजों को जानकारी के अभाव में अलग अलग ओपीडी में भटकना नहीं पड़ेगा। संस्थान में कोरोना काल से पहले हर रोज 800 से 900 लोग ओपीडी में परामर्श के लिए आते थे हालांकि कोरोना काल के बाद अब इनकी संख्या 500 तक रह गई है।
मरीजों की सुविधा के लिए ओपीडी सेवा और सुगम बनाया जायेगा। इसके अलावा संस्थान 25 सीटों के साथ पल्मनरी मेडिसिन में एमडी कोर्स शुरू करने जा रहा है। डॉक्टर रविन्द्र ने बताया कि वे नई तकनीकों जैसे एक्मो मशीन भी संस्थान में लगवाने के प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि वे शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए दूसरे वैज्ञानिक संस्थानों के साथ भी करार करेंगे। डॉक्टर रविंद्र दिल्ली के अस्पतालों को फेफड़ों के प्रत्यारोपण का लाइसेंस देने वाली समिति के भी चेयरमैन हैं।