गुरुग्राम, नगर संवाददाता: चर्चा जोरों पर रहती है कि दूध व खोया, पनीर में खूब मिलावट होती है, लेकिन जब जांच की गई तो कोई सैंपल फेल नहीं मिलता है। अधिकारियों का कहना है कि उनका काम सैंपल लेकर जांच के लिए चंडीगढ़ लैब में भेजना होता है और उनकी जांच रिपोर्ट में पर उन्हें कार्रवाई करनी होती है।
जिला फूड सेफ्टी टीम ने दीपावली के मौके पर शहर व जिला की अलग अलग मिठाई दुकानों -रेस्टोरेंट से मिठाई, पनीर, खोया के 61 सैंपल लिए थे। उनमें 46 सैंपल की जांच रिपोर्ट आई हैं इनमें और कोई फेल नहीं मिला। जिला फूड सेफ्टी अधिकारी डा. दीपक चैधरी ने बताया कि 15 सैंपल की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। 46 सैंपल की जांच रिपोर्ट में तीन सैंपल अनसेफ मिले हैं और छह सब-स्टैंडर्ड मिले हैं। चार सैंपल मिस ब्रांड (दूसरी कंपनी के नाम से) मिले हैं।
जिन-जिन मिठाई दुकानों के सैंपल थे उनको नोटिस दे दिया है और जवाब देने के लिए एक माह का समय दिया गया है। जवाब मिलने के बाद तय होगा कि जुर्माना कर के छोड़ दिया जाए, या कोर्ट में केस दायर किया जाए। डा. दीपक चैधरी ने कहा कि अगर सही जवाब नहीं मिला तो जुर्माना किया जाएगा। चैधरी ने कहा कि अभी कोई सैंपल फेल नहीं मिला है लेकिन कुछ सैंपल ऐसे हैं जिनकी क्वालिटी में सुधार करने की जरूरत है। बताया जाए कि फूड सेफ्टी टीम ने शहर की प्रसिद्ध मिठाई दुकानों- रेस्टोरेंट से मिठाई के सैंपल लिए गए थे।