एसआईटी का दावा, चिन्मयानंद ने स्वीकारी गलती, कहा. शर्मिंदा हूं

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शाहजहांपुर/नगर संवाददाता : पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को शुक्रवार को यूपी पुलिस और एसआईटी ने यौन उत्पीड़न के एक मामले में गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। यहां से उन्हें 14 दिन की न्यायीक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच एसआईटी ने दावा किया कि चिन्मयानंद ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। उन्होंने कहा कि वे अपनी गलती पर शर्मिंदा हैं।

एसआईटी की टीम ने स्वामी चिन्मयानंद को मुमुक्षु आश्रम स्थित उनके आवास दिव्य धाम से सुबह आठ बज कर करीब 50 मिनट पर गिरफ्तार किया। शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया। एक टीवी चैनल के अनुसारए मामले की जांच कर रही एसआईटी का दावा है कि चिन्मयानंद ने पीड़ित लड़की को मसाज के लिए बुलाने में अपनी गलती स्वीकार की। उन्होंने कहा कि मुझे अपने कृत्य पर शर्म आती है।
चिन्मयानंद ने किया था अस्पताल भेजने का अनुरोध: चिन्मयानंद को विशेष जांच दल ने सीजेएम की अदालत में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। हालांकि चिन्मयानंद के वकील ने उनका स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देते हुए उन्हें लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भेजने का अनुरोध किया था। चिन्मयानंद के खिलाफ भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को कथित तौर पर एक वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण करने, कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने एवं खुद को तथा अपने परिवार को जान का खतरा होने की बात कही थी।
इस मामले में पीड़िता के पिता ने कोतवाली शाहजहांपुर में अपहरण और जान से मारने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत चिन्मयानंद के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था। लेकिन इससे एक दिन पहले चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का मुकदमा पीड़िता के पिता के खिलाफ दर्ज करा दिया।

इस बीच पीड़िता गायब हो गई। कुछ दिन बाद उसे राजस्थान से बरामद कर लिया गया और उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर उसे दिल्ली में शीर्ष अदालत के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय ने एसआईटी को मामले की जांच का निर्देश दिया।
क्या बोलीं चिन्मयानंद की वकील: स्वामी चिन्मयानंद की अधिवक्ता पूजा सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद के आवास में एसआईटी की टीम पुलिस बल के साथ आई और उन्हें गिरफ्तार किया।

अधिवक्ता पूजा सिंह ने बताया की विशेष जांच दल की टीम ने स्वामी चिन्मयानंद के सगे संबंधियों से गिरफ्तारी मेमो पर भी हस्ताक्षर कराए। उन्होंने हालांकि कहा कि इस संबंध में उन्हें गिरफ्तारी से संबंधित कोई भी पत्र नहीं दिया गया।
प्रियंका का हमला: बलात्कार के आरोप में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को कहा कि पीड़िता की आत्मदाह करने की धमकी और जनता एवं मीडिया की ओर से बने दबाव के कारण उत्तर प्रदेश सरकार यह कार्रवाई करने को विवश हुई।

प्रियंका ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘भाजपा सरकार की चमड़ी इतनी मोटी है कि जब तक पीड़िता को ये न कहना पड़े कि मैं आत्मदाह कर लूंगी, तब तक सरकार कोई एक्शन नहीं लेती।

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