बुरहानपुर, मध्यप्रदेश/नगर संवाददाताः मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिला अस्पताल में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां ओपीडी में मरीजों की जांच के बजाए डेंटल कॉलेज स्टूडेंट्स की परीक्षा ली जा रही थी. दरअसल, स्थानीय गुरुगोविंद सिंह डेंटल कॉलेज में अध्ययनरत छात्रों के वायवा परीक्षा लेने के लिए दो परीक्षक आए हुए थे. वे जब उनकी परीक्षा ले रहे थे, तभी इधर बीमार बच्चों का उपचार कराने आए गरीब परिवार के लोग परेशान होते रहे. मरीजों के परिजनों ने बताया कि जिस कुर्सी पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों को होना चाहिए था, उस कुर्सी पर परीक्षक दिखाई दिए और जहां मरीजों को होना चाहिए, वहां डेंटल कॉलेज के छात्र बैठे नजर आए. सीएमएचओ डॉ. एचएन नायक को मीडिया ने पूरे मामले की जानकारी दी. ओपीडी कक्ष में ओपीडी के समय परीक्षा कराने को सीएमएचओ ने अनुचित ठहराया है. उन्होंने सिविल सर्जन डॉ बीडी गट्टानी को नोटिस देकर जानकारी मांगने बात कही है. वहीं, मामले के मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग बैकफुट पर आ गया है
सरकारी अस्पताल की ओपीडी में चल रही थी परीक्षा, मरीजों को नहीं मिला इलाज
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