जैसलमेर, राजस्थान/अजय मालीः पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में अधिकारियों का कहना है कि एक भारतीय जासूस को गिरफ़्तार किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक़ गिरफ़्तार किए गए भारतीय जासूस स्थानीय अलगाववादी लड़ाकों की मदद कर रहे थे. अधिकारियों ने इसे बलूचिस्तान में जारी हिंसा में भारतीय हस्तक्षेप का स्पष्ट सबूत क़रार दिया है. वहीं भारत ने अभी इस गिरफ़्तारी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर सरफराज़ बुगती ने बीबीसी से कहा, ‘रॉ के एक सेवारत अधिकारी को दक्षिण ब्लूचिस्तान से पकड़ा गया है. उन्होंने कहा कि रॉ के अधिकारी की गिरफ़्तारी से यह बात साबित हो गई है कि बलूचिस्तान में हालात बाहरी हस्तक्षेप, विशेषकर रॉ के कारण खराब हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं पहले दिन से कह रहा हूँ कि बलूचिस्तान में रॉ काम कर रही है. सब लोग मुझसे सबूत मांगते थे. अब इससे बढ़कर और क्या सबूत होगा कि उनका एक अधिकारी बलूचिस्तान में बैठ कर काम कर रहा है.’ एक सवाल पर गृह मंत्री ने कहा कि वह इस समय यह नहीं बता सकते कि गिरफ़्तार व्यक्ति किस रैंक के अधिकारी हैं लेकिन इसकी जांच की जा रही है. वहीं पाकिस्तानी मीडिया की कुछ रिपोर्टों में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि गिरफ़्तार जासूस भारतीय नौसेना में कार्यरत अधिकारी हैं. गिरफ़्तारी के बाद अब उन्हें पूछताछ के लिए राजधानी इस्लामाबाद लाया जा रहा है. पाकिस्तान लंबे समय से भारत पर बलोचिस्तान में दख़ल देने के आरोप लगाता रहा है. पाकिस्तान का बलोचिस्तान प्रांत इस्लामी चरमपंथ, नस्लीय और आपराधिक हिंसा और अलगाववाद से प्रभावित है. लेकिन ऐसी गिरफ़्तारी के मामले बेहद कम ही सामने आए हैं.
बलूचिस्तान में भारतीय जासूस की गिरफ़्तारी का दावा
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