एडीएम ने छात्राओं का बढ़ाया हौसला, बोले-असफलता से घबराएं नहीं

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जौनपुर, उत्तर प्रदेश, संदीप उपाध्याय: जलालपुर .क्षेत्र के भरत सिंह महिला पीजी कॉलेज पुरेंव जलालपुर के परिसर में बुधवार को  आयोजित अमर उजाला अपराजिता-100 मिलियन स्माइल्स कार्यक्रम के माध्यम से नारी सशक्तीकरण का संदेश दिया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी भू राजस्व (सीआरओ) राजकुमार दृवेदी ने जीवन में आने वाली हर चुनौतियों का दृढ़ इच्छा शक्ति से सामना करने के लिए छात्राओं का आह्वान किया। इसकार्यक्रम में मौजूद इंस्पेक्टर विजय शंकर सिंह व प्रोफेसर अलकलेस्वरी ने महिलाओं और छात्राओं की जिज्ञासाओं को शांत करने के साथ उनके अधिकारों और योजनाओं के बारे में जानकारी दी आयोजित कार्यक्रम में छात्राओं ने अधिकारियों से नारी सुरक्षा, कॅरियर आदि विषयों पर सवाल भी पूछे, जिसका कार्यक्रम में मौजूद एडीएम और इंस्पेक्टर ने जवाब दिया। मुख्यातिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि बदलते समय के साथ-साथ लोगों की सोच भी बदलती जा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए ही कदम आगे बढ़ाने की जरूरत है खुद का आत्मविश्वास बढ़ा रहे। उन्होंने छात्राओं से कहा कि यदि आपके साथ, आपके आसपास या फिर किसी के साथ अपराध होता है तो इसकी सूचना हेल्पलाइन नंबर पर तत्काल दें। इसे छिपाएं नहीं। उन्होंने आपातकालीन नंबर 112, वीमेन पावर लाइन 1090, महिला हेल्पलाइन 1091, चिकित्सीय सहायता के लिए 108 व चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में जानकारी दी। कहा कि महिलाएं खुद को कमजोर न समझें।
इसी क्रम में इंस्पेक्टर विजय शंकर सिंह ने कहाकि पुलिस आपकी दोस्त है, अपनी समस्याओं को बेझिझक बता सकती हैं। सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क में केवल महिला पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी ही तैनात की गई हैं। यहां पहुंचकर छात्राएं, महिलाएं अपनी समस्या बता सकती हैं। बयालसी पीजी कालेज की प्रोफेसर डॉ अलकेस्वरी सिंह ने कहाकिमहिलाओं के सामने आ रही समस्याओं को निपटाने में तंत्र की प्रभावकारिता की विस्तृत समीक्षा करें और कानून और व्यवस्था तंत्र की जिम्मेदारी बढ़ाने के उद्देश्य से उचित उपाय करें। महिलाओं के प्रति अपराध के संबंध में विभिन्न उपायों को और सुदृढ़ बनाए जाने की जरुरत है ताकि महिलायें सुरक्षित महससू कर सकें, मानवाधिकारों का उपयोग कर सकें और जिस गौरव और सम्मानित जीवन जीने की वे पात्र हैं उसे जी सकें। प्रोफेसर डॉ प्रतिभा सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी नहीं है, जिससे वह इनसे वंचित रह जाती हैं। इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में भी होने चाहिए, ताकि महिलाएं जागरूक हो सकें। विद्यालय प्रबंधक ड़ॉ. राजेश कुमार सिंह ने कहा कि अमर उजाला के कार्यक्रम में महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। यह अमर उजाला की सराहनीय पहल है। इस तरह के कार्यक्रम होने चाहिए। इस तरह के कार्यक्रम आयोजन करने से महिलाओं के अपने अधिकारों के बारे में जानकारी मिलेगी। प्रबंधक राजेश सिंह ने कहा महिलाओं का जागरूक होना सबसे बड़ी जरूरत जागरूकता के अभाव में अकसर महिलाएं अपने साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती। महिलाओं को जागरूक होना आज के समय में जरूरत है। अपराजिता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहाकि अमरउजाला का यह कार्यक्रम एक बेहतर पहल है। कार्यक्रम को बिद्यालय प्राचार्य दानबहादुर सिंह, पारस नाथ सिंह, शिवांगी सिंह आदि ने सम्बोधित किया इस मोके पर बच्चियों काजल प्रजापति, अंजली देवी, खुशबू शर्मा, कंचन प्रजापति, श्वेता सोनखर, राधा विश्वकर्मा, जान्सी  यादव, नसरीन बानो, खुशबू शर्मा, अंजली देवी, सुषमा चौहान, राधा विश्वकर्मा ने सरस्वती बन्दना स्वागत गीतसहित विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किआ इस कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता मनोज सिंह ने किया इस मोके पर विद्यालय की शिक्षक भावना सिंह, राजनंदनी सिंह, साक्षी सिंह, सुरभि सिंह, रंजना भारती, नृपेंद्र बहादुर, सरोज सिंह, जितेंद्र बहादुर सिंह, संतोष कुमार सिंह. आदि मौजूद रहे।
छात्राओं के सवाल और जवाब
(1) छात्राअंजलि विश्वकर्मा सरकार द्वारा महिला सुरक्षा की योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनके बाद हाथरस जैसे कांड क्यों हो रहे हैं।
जवाब इंस्पेक्टर विजयशंकर सिंह कोई भी योजना लोगों को प्रेरित करने के लिए होती है। समय-समय पर इसका सहयोग भी लिया जाता है। केवल योजना के भरोसे ही नहीं बल्कि संवाद जारी रखना जरूरी होता है। स्कूल और महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं अपने साथ छेड़छाड़ व अन्य गलत हरकतें करने वालों को अनदेखा न करें। एक बार अनदेखी करने पर इस तरह के मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में यह एक दिन अपराध का रूप भी ले सकता है। इसके चलते इस तरह की हरकतों का डटकर विरोध करें। अपने परिवार, अध्यापकों या फिर पुलिस को इसकी सूचना दें।
(2) मिशन शक्ति व अपराजिता क्या है? छात्रा जान्सी यादव
जवाब-इंस्पेक्टर इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश भर में मनचलों, शोहदों तथा महिलाओं के साथ अत्याचार करनें वाले लोगों को चिह्नित कर उनकी धरपकड़ की जाएगी, इसके साथ ही महिलाओं और लड़कियों के साथ अपराध करनें वाले दोषियों की तस्वीर चौराहों पर लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर शीघ्र ही कठोर सजा दिलाई जाएगी। जिसकी कभी पराजय न हो उसे अपराजिता कहते हैं। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं की झिझक खत्म करना है, ताकि वह खुलकर अपनी बात रख सकें। (3) हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने पर कितने देर में मदद मिलेगी।
छात्रा सुषमा चौहान जवाब-किसी तरह के खतरा का अहसास होने पर 1090 को कॉल करने वाली महिलाओं तक अब तुरंत पुलिस पहुंचेगी। ऐसा संभव होगा वीमेन पावर लाइन की ओर से लॉन्च किए गए 1090 ऐप से गुरुवार को डीजीपी ओपी अब 1090 आने वाली हर शिकायत इस ऐप के माध्यम से तुरंत पुलिस थानों व जीआरपी में तैनात पुलिसकर्मियों तक पहुंच जाएगी, जिससे पीड़ित के आसपास जो भी मौजूद होगा तुरंत मदद के लिए पहुंच जाएगा मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर पर फोन करेंगी तो दस से 15 मिनट के अंदर मदद मिलेगी। संबंधित पर कार्रवाई भी की जाएगी। .
(4) सवाल-क्या हेल्पलाइन नंबर पर शिकायतकर्ता का नाम व पता उजागर किया जाएगा।-श्वेता सोनखर
जवाब-हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने वाली पीड़ित महिला या छात्रा का नाम गोपनीय रहेगा। ताकि उसे किसी प्रकार की समस्या न हो। .
(5)सवाल. एंटी रोमियो टीम क्या है।-छात्रा खुसबू शर्मा
जवाब-किसी महिला के साथ छेड़खानी होती है या मनचले परेशान करते हैं तो उनपर अंकुश लगाने के लिए एंटी रोमियो टीम बनाई गई है। (6)बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा नाजरीन बानो ने कहा कि महिला उत्थान के लिए जागरूकता शिविरों का होना जरूरी है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसी कवायद होनी चाहिए। जिससे महिलाएं सशक्त हो सकें।
(7)बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा राधा विश्वकर्मा ने कहा कि कॉलेज में आयोजित हुए इस कार्यक्रम से उन्हें अपने अधिकारों बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। इसके साथ ही चाइल्ड लाईन संस्था के कार्यों को भी उन्होंने जाना है।