नई दिल्ली, नगर संवाददाता: कल्याणपुरी में नौकरी के नाम पर लिए लाखों रुपये वापस न करने पड़े, इसके लिए अब्बास नाम के एक व्यक्ति ने 50 हजार में अपनी ही सुपारी दे डाली थी। गोली लगने से घायल अब्बास का एलबीएस अस्पताल में उपचार चल रहा है। कल्याणपुरी थाना पुलिस ने जुबेर अहमद और राशिद नाम के हमलावरों को गिरफ्तार कर इस मामले का खुलासा किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने विदेशी पिस्तौल, जिंदा कारतूस और स्कूटी बरामद की है।
पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने बताया 16 मार्च की देर रात एलबीएस अस्पताल से सूचना मिली कि गोली लगने से घायल अब्बास को भर्ती किया गया है। पुलिस घायल के पास पहुंची, लेकिन वह बयान देने की स्थिति में नहीं था। पुलिस ने हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कर लिया। घायल ही हालत में सुधार होने पर पुलिस ने उसके बयान लिए तो उसने बताया कि वारदात वाली रात करीब साढ़े ग्यारह बजे शिव मंदिर के नजदीक एलबीएस रोड पर उसे दो अंजान लोगों ने गोली मार दी। अब्बास ने इस घटना के पीछे हसन पर शक जाहिर किया।
पुलिस की तहकीकात में पता चला घायल अब्बास पटियाला हाउस अदालत में एमटीएस के तौर पर काम करता है। अब्बास ने कई लोगों से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ले रखे हैं, जिन्हें वे लोग वापस मांग रहे हैं। इनमें हसन के भतीजे शाह आलम से भी उसने छह लाख ले रखे हैं। पुलिस ने मामले में घायल के दोस्त अरशद से बात की तो उसने बताया कि अब्बास ने एक बार खुद पर हमला करवाने की पेशकश की थी, लेकिन यह बात मानने से अब्बास ने इंकार कर दिया। आखिरकार, टेक्निकल सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से पुलिस हमलावर जुबेर तक पहुंच गई। जुबेर ने पुलिस को बताया कि घायल ने खुद पर हमला करवाने के एवज में पचास हजार रुपये देने का वादा किया था। इसके बाद जुबेर ने अपने दोस्त राशिद के संग मिलकर योजना के तहत अब्बास गोली मार दी और मेरठ भाग गए। उन्होंने 45 हजार रुपये में पिस्तौल का बंदोबस्त किया था, जिसकी रकम अब्बास ने ही दी थी।