नई दिल्ली, नगर संवाददाता: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र और विवि प्रशासन एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। कोरोना से बचाव के तहत विवि प्रशासन ने अभी तक जेएनयू पुस्तकालय की चुनिंदा सुविधाएं ही शुरू की हैं, लेकिन बुधवार को छात्रों ने पुस्तकालय को पूरी तरह से खोलने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और इसके बाद पुस्तकालय में प्रवेश कर पढ़ाई शुरू कर दी है।
छात्रसंघ महासचिव सतीस चंद्र यादव के मुताबिक, छात्रों ने जबरन प्रवेश नहीं किया है। लंबे समय से परिसर में रह रहे छात्र पुस्तकालय खुलने की मांग कर थे। इस पर अमल न होने के बाद अपने भविष्य की चिंताओं के मद्देनजर छात्र बुधवार को पुस्तकालय में प्रवेश हुए और पढ़ाई शुरू की।
सतीस चंद्र यादव ने बताया कि विवि प्रशासन ने बीते दिनों में अधिसूचना जारी कर पुस्तकालय की कुछ सुविधाएं शुरू की थीं। इसके तहत छात्रों को किताब आवंटित करने और जमा कराने की सुविधा शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन इसके बाद भी छात्रों को किताबें नहीं मिल पा रही थीं। पुस्तकालय प्रशासन छात्रों से विश्वविद्यालय पहचान पत्र के पीछे एक स्टीकर की मांग कर रहा था। जो जायज नहीं था, क्योंकि पिछले एक साल से शैक्षणिक बंदी के बीच ऑनलाइन ही पूरी गतिविधियां संचालित हुई थीं।
छात्र संगठन आइसा की जेएनयू संयुक्त सचिव मधुरिमा के मुताबिक, पुस्तकालय खोलने को लेकर पहले भी कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। इस संबंध में गुरुवार को भी प्रदर्शन किया गया था। इस पर अमल न होने के बाद छात्रों ने मजबूरन यह कदम उठाया है।