ग्रेटर नोएडा, नगर संवाददाता: जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपित मिंकू उर्फ चंद्रभान के कबूलनामे से तीन अन्य आरोपितों को कासना कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि जहरीली शराब हरियाणा में बनाई गई थी। उसकी पैकिंग के लिए बुलंदशहर व ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग ठिकाने बनाए गए थे। घटना के बाद मिंकू पंजाब, दिल्ली सहित कई अन्य प्रदेशों में छिप कर रहा था। मौका मिलते ही उसने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था।
बता दें कि बीते दस जनवरी को कासना कोतवाली क्षेत्र के साइट पांच स्थित एक प्लाट में जहरीली शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। मौके से दो लोगों के शव मिले थे। पुलिस ने जांच की तो पता चला था कि बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के मामले के आरोपितों के शव ग्रेटर नोएडा स्थित फैक्ट्री में मिले है।
बुलंदशहर के अलावा कासना कोतवाली पुलिस ने भी इस संबंध में अलग से मुकदमा दर्ज किया था। जांच में पता चला था ग्रेटर नोएडा में मिले दो शव प्रदीप व संतोष के थे। दोनों को पांच जनवरी को मिंकू ग्रेटर नोएडा छोड़ कर गया था। मौके से पुलिस ने 36 पेटी जहरीली शराब भी बरामद की थी।
कासना कोतवाली प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि जहरीली शराब कांड में अब विनोद, आमोद व राम रहीश को गिरफ्तार किया गया है। तीनों मैनपुरी के रहने वाले है। तीनों की संलिप्तता हरियाणा में बनी जहरीली शराब में पाई गई थी। हरियाणा में जहां फैक्ट्री चल रही थी वहां तीनों नौकरी कर रहे थे। तीनों जहरीली शराब बनाते थे।