जौनपुर/उत्तर प्रदेश, संदीप उपाध्याय: बयालसी इण्टर कालेज में मुम्बई से 16 मई को आए एक अधेड़ व्यक्ति को कोरोन्टाइन किया गया था शनिवार को उसकी हालत गम्भीर होने से मौत हो गयी। मौत की पुष्टि सीएचसी अधीक्षक डा. मनोज सिंह ने किया और उन्होंने बताया कि 19 मई को सेम्पल जाँच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आया है।
बताते है कि बाँकेलाल उम्र 55 पुत्र बुद्धिराम मौर्य निवासी कदहरा देवकली मुफ्तीगंज केराकत जौनपुर अपने 15 वर्ष के पुत्र अतुल के साथ मुम्बई से 16 मई को वाराणसी आए। वहाँ से जब बस में बैठे तब इनको परेशानी शुरू हुई। बयालसी इण्टर कालेज में थर्मल स्क्रैनिंग करने पर टेम्प्रेचर अधिक होने पर वही कोरोन्टाइन कर दिया गया था। इनके लड़के अतुल को होम कोरोन्टाइन के लिए भेज दिया गया। बाँकेलाल का 19 मई को सेम्पल जाँच के लिए भेजा गया था। और शनिवार 23 मई को दोपहर लगभग एक बजे इनकी मृत्यु हो गयी। नोडल अधिकारी शशिकांत श्रीवास्तव ने बताया की दो दिन पहले से बाँकेलाल का तबियत अधिक खराब होने की लिखित सूचना दे दिया था। बाँकेलाल की पत्नी राजमनी ने बताया कि मेरे पास एक लड़के के अलावा तीन लड़कियां है जिसका नाम अंजली शादीशुदा है और पुलिस की नौकरी करती है। बन्दना 18 वर्ष तथा कली 13 वर्ष की है। मेरे पति मुम्बई कान्दीबली में एक कम्पनी में काम करते थे। ऐसी हालत में अब मै परिवार की परवरिश कैसे करूगी। वही अकेले कमाने वाले थे। सूचना पर जिलाधिकारी दिनेश सिंह, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार, उपजिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश पाठक, खण्ड विकास अधिकारी पी. के त्रिपाठी, सीएचसी अधीक्षक डा. मनोज सिंह, कानूनगो व लेखपाल, सिग्रेटरी पति संजय कुमार और थानाध्यक्ष विनोद सिंह हमराहियों के साथ मौजूद रहे। सीएचसी अधीक्षक ने बताया की शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा बल्कि प्रोटोकॉल से फालो करके उसी माध्यम से जला दिया जाएगा।
जौनपुर में कोरोना ने ली एक और जान
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