नई दिल्ली/नगर संवाददाता : दिल्ली की हवा लगातार पांचवें दिन भी गंभीर श्रेणी में रही। शनिवार सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 412 दर्ज किया गया, जबकि शुक्रवार सुबह 10 बजे एक्यूआई 467 था। 201 और 300 के बीच एक्यूआई को खराब और 301-400 के बीच एक्यूआई बेहद खराब तथा 401-500 के बीच एक्यूआई गंभीर माना जाता है।
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह हवा की गुणवत्ता अब भी गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली में शनिवार सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 412 दर्ज किया गया, जबकि शुक्रवार सुबह 10 बजे एक्यूआई 467 था।
फरीदाबाद में एक्यूआई 427, गाजियाबाद में 424, ग्रेटर नोएडा 377, नोएडा में 411 और गुड़गांव में एक्यूआई 420 रहा। 201 और 300 के बीच एक्यूआई को खराब और 301-400 के बीच एक्यूआई बेहद खराब तथा 401-500 के बीच एक्यूआई गंभीर माना जाता है।
राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि आर्द्रता 82 प्रतिशत रही। मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने की संभावना जताई है, जबकि अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
दिल्ली में लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी धूमकोहरे (स्मॉग) की मोटी परत छाई रही और प्रतिकूल मौसम के कारण प्रदूषक कण नहीं छंटे। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 2 दिनों में प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद है, इसलिए हम सोमवार तक इंतजार करेंगे। उसके बाद प्रदूषण स्तर को देखते हुए आगे फैसला लिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शुक्रवार शाम 4 बजे 463 था और द्वारका सेक्टर 8 सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र रहा, जहां एक्यूआई 495 था। वायु गुणवत्ता की निगरानी करने वाले अधिकतर स्टेशनों ने एक्यूआई 450 से अधिक दर्ज किया।
छिटपुट बारिश से प्रदूषण से निजात मिलने की संभावना कम है और इसलिए हवा की गुणवत्ता में 17 नवंबर तक सुधार होने की उम्मीद है। दिल्ली सरकार ने हालांकि शुक्रवार को कहा कि सम-विषम योजना की अवधि को बढ़ाने पर सोमवार सुबह फैसला लिया जाएगा क्योंकि अगले दो-तीन दिनों में हवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है।