रोहतक, हरियाणा/नगर संवाददाताः सुनारिया जेल में बंद गुरमीत ने बुधवार को जेल प्रशासन से बैरक से निकलकर घूमने की इच्छा जताई। उनके साथ साथ अन्य तीन बंदियों को भी बाहर निकाला गया। वह पार्क में टहला। जिस समय गुरमीत को बैरक से बाहर निकाला गया, उस समय अन्य कैदियों को बैरकों में ही कैद कर दिया गया, ताकि गुरमीत के पास भीड़ न जुट सके। सुबह के समय से निकाला गया और दोपहर के समय वापस बैरक में लाया गया। जिस समय सुबह बैरक से निकाला गया तो उनकी हाजिरी लगी। कैदी नंबर बोला गया तो गुरमीत ने हाथ उठाकर कहा, हाजिर हूं। सुनारिया जेल के अंदर की इस समय पूरी तरह से व्यवस्था बिगड़ी हुई है। आरोप है कि जिस दिन से गुरमीत जेल में आया है, उस दिन से न तो अन्य कैदियों को खाना समय पर मिल रहा है और न ही उनकी परेशानियों को सुना जा रहा है। पूरा जेल प्रशासन गुरमीत की देखरेख में लगा है। सूत्रों का कहना है कि अन्य कैदियों से भी उनके अपनों को नहीं मिलने दिया जा रहा है। जेल अधीक्षक सुनील सांगवान ने बताया, ‘हाजिरी दो समय लगती है। सुबह और शाम। गुरमीत की हाजिरी भी सुबह शाम लगाई जा रही है। जब वह बैरक से बाहर आता है तो हाजिरी लगती है और जब अंदर जाता है तो भी हाजिरी लगती है। व्यवस्था नहीं बिगड़ी है। सबकुछ सही है।’
जेल में कैदी नंबर 8647 बने राम रहीम की पहली बार लगी हाजिरी
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