विविधता में एकता, अहिंसा और सहिष्णुता भारत की आत्मा हैः सुषमा स्वराज

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नई दिल्ली। भारत में धार्मिक सहिष्णुता पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की टिप्पणी के कुछ दिन बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को कहा कि विविधता में एकता, अहिंसा और सहिष्णुता देश की आत्मा है, जिसने उसे दुनिया की सबसे पुरानी सतत सभ्यता बनाया।

भारतवासी और सांस्कृतिक धरोहर: अतीत, वर्तमान और भविष्य विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए सुषमा ने कहा कि भारत की आत्मा क्या है? मैं समझती हूं कि भारत की अत्यधिक विविधता के बीच यह हमारी एकता है। यह हमारी अहिंसा और सहिष्णुता है। यह सदियों पुराने वसुधव कुटुम्बकम और सर्व धर्म समभाव के सिद्धांत हैं।

विदेश मंत्री ने कहा कि इन विचारों और आदर्शों का पालन करने से ही भारत दुनिया की सबसे पुरानी सतत सभ्यता बनी है जिसका इतिहास पांच हजार वर्ष पुराना है। उन्होंने कहा कि अधिकांश पुरानी सभ्यताएं समाप्त हो गईं और लुप्त हो गईं, लेकिन भारत ने अपनी समृद्ध धरोहर को बनाये रखा, इसका विकास किया और इसे समृद्ध बनाया।

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