नई दिल्ली। रूस ने राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के भारत दौरे से पहले सोमवार को पाकिस्तान के साथ अपने सैन्य और राजनीतिक रिश्तों पर सफाई देते हुए कहा कि इस्लामाबाद के साथ उसके संबंध भारतीय हितों के खिलाफ नहीं होंगे।
भारत में रूस के राजदूत अलेकसांद्र कदाकिन ने कहा कि उनके देश ने पाकिस्तान के साथ जो समझौता किया है, उसके तहत तत्काल आपूर्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने लडाकू हेलीकाप्टर मांगे हैं। लेकिन हमने अभी तक उनकी आपूर्ति नहीं की है। पुतिन भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दस दिसंबर को भारत पहुंचेंगे।
कदाकिन ने कहा कि भारत भी पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को सुधारने का प्रयास कर रहा है और अगर उनका देश भी इस कोशिश में है तो इसमें कोई बुराई नहीं। उन्होंने कहा कि अगर रूस के पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध होंगे तो उसके लिए अपने प्रभाव का सकारात्मक इस्तेमाल करना आसान होगा।
रूसी राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान एमआई-35 हेलीकाप्टर मांग रहा है। भारत को इन हेलीकाप्टरों को बेचने की पेशकश की गयी थी, लेकिन उसने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर भारत हमसे कोई चीज नहीं खरीद रहा है तो क्या हम उसे दूसरे देशों को नहीं बेच सकते।
कदाकिन ने कहा कि रूस अपने व्यावसायिक हित देखता है, लेकिन उसकी अपनी राजनीतिक प्राथमिकताएं भी हैं। उन्होंने कहा कि रूस की भारत से इतर पाकिस्तान के साथ संबंधों को विकसित करने की कोई मंशा नहीं है। रूस भारत का पुराना रणनीतिक साझीदार और पुराना दोस्त है तथा ये रिश्ते उनके अन्य देशों के साथ संबंधों की शर्त पर नहीं हैं।