बिना दहेज के संपन्न हुई शादी ने समाज को दिया एक नया संदेश

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सिलीगुड़ी/वेस्ट बंगाल, नरेन्द्र भारद्वाजः सारस्वत कुंडिया समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कुनणाराम जी के सुपुत्र श्री सत्यनारायण जी तावणिया गांव रिडी के सुपुत्र गोविंद संग पूजा का विवाह नारसीसर सारस्वा हाल निवास नापासर के श्री हनुमान प्रसाद जी सुपुत्री श्री पन्नाराम जी के पोती संग ये शादी संपन्न हुई थी सारस्वत समाज के सम्मानित व्यक्ति श्री सत्यनारायण जी तावनिया रीड़ी के सबसे छोटे पुत्र गोविंद की, नापासर बारात गाजे बाजे के साथ पहुंची, उदार हृदय दिखाते हुए सत्यनारायण जी और पूरे कंवरानी परिवार द्वारा बहु के लिए सब भेंट दी पर लड़के पक्ष के लिए किसी के लिए कुछ भी स्वीकार नहीं किया, सोना चांदी और दहेज के लिए कुछ भी ना लेते हुए नारियल के साथ केवल शगुन का एक रुपया लेते हुए सभी उन लोगो के लिए और सम्पूर्ण समाज के लिए प्रेरणा देने का कार्य किया है ।बिना दहेज के सपन्न हुए विवाह ने समाज मे एक नया संदेश देकर दहेज जैसी कुप्रथा को त्यागने की पहल पेश की है, यह शादी समाज के गणमान्य लोगो के समक्ष संपन हुई दोनो ही नव दंपति दुल्हा दुल्हन बीकॉम पढ़े हुए हैं और दोनों के परिवार पूर्ण रूप से सम्पन है। दोनों दुल्हा-दुल्हन ने निर्णय लिया था की समाज में चल रही दहेज रूपी कुरीति को जड़ से खत्म कर दहेज जैसी कुरीतियों को त्यागना जरूरी है। ये सामाजिक कुप्रथाएं हटाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए, हम सभी युवाओं से निवेदन करते हैं की इस दहेज रूपी प्रथा को खत्म करे और एक निर्णय ले की दहेज ना लेगे ओर ना ही देंगे। क्यों की दहेज की आग में आज भी बहन बेटियों को अपनी जान तक देनी पड़ती हैं। दहेज एक सामाजिक बुराई के साथ साथ बहुत बड़ा समाज के लिऐ अभिशाप हैं। हम दोनो ने अपनी शादी में एक रुपया नारियल लेकर विवाह करके एक नई पहल शुरू की हैं। मे नरेंद्र भारद्वाज तहदिल से पूरे परिवार को बहुत बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।