समुदाय की सक्रिय भूमिका के लिए एनडीएमसी ने वर्चुअल कार्यशाला का किया आयोजन

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नई दिल्ली, नगर संवाददाता। आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 को ध्यान में रखते हुए, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने अपनी ब्रांड एंबेसडर पैरालिम्पियन डॉ दीपा मलिक के साथ नागरिक सहभागिता और कचरे को अलग करने तथा एकल उपयोग वाली प्लास्टिक को ना कहने के लिए व्यवहार में बदलाव के बारे में उनकी प्रेरणा के लिए एक इंटरैक्टिव वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए), मार्केट/ट्रेडर्स एसोसिएशन (एमटीए) के प्रतिनिधियों और पालिका परिषद के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

डॉ. दीपा मलिक ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि पालिका परिषद क्षेत्र भारत का दर्पण है और विश्व स्तर पर भारत की छवि को दर्शाता है। यहां के नागरिकों और आगंतुकों द्वारा इस क्षेत्र को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, जो स्वच्छता सर्वेक्षण के दृष्टिकोण से और अधिक बढ़ गई है। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के लिए नागरिकों को प्रेरित किया और कहा कि यह कचरे को अलग करने, सिंगल यूज प्लास्टिक को ना कहने और 3आर (न्यूनतम, पुनरू प्रयोग और पुनर्चक्रण) की आदतों को दिन-प्रतिदिन की जीवनशैली में अपनाकर, नई दिल्ली क्षेत्र की स्वच्छता में सुधार करने के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है।

 

वहीं डॉ. दीपा मलिक ने नई दिल्ली क्षेत्र के सभी नागरिकों और आगंतुकों से स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में 7 स्टार रैंकिंग प्राप्त करने के लिए अच्छी आदतों को अपनाने के बारे में व्यवहार परिवर्तन की अपील की। उन्होंने संबंधित क्षेत्रों में सभी छोटे स्तरों पर कचरे के सर्वाेत्तम प्रबंधन के मुद्दे पर प्रतिभागियों के साथ बातचीत भी की।