पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान सरकारों की नैतिक जिम्मेदारी: कर्नल देव आनन्द

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जयपुर, राजस्थान, जगदीश कुमावत: चूरू जिले के सालासर ग्राम मैं भारतीय जनता पार्टी के सैनिक प्रकोष्ठ की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का आयोजन चूरू जिला प्रभारी सैनिक प्रकोष्ठ सूबेदार मेजर रतन लाल जाट द्वारा प्रदेश प्रकोष्ठ सह प्रभारी कर्नल देव आनंद गुर्जर के प्रवास के मध्य नजर किया गया। चूरू जिला सैनिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों द्वारा प्रवास पर पहुंचे कर्नल देव आनंद गुर्जर का माल्यार्पण के साथ स्वागत किया गया। बैठक के दौरान जिले के विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा सेना एवं भूतपूर्व सैनिकों से जुड़ी हुई समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। जिला प्रभारी सूबेदार मेजर रतन लाल जाट ने अपनी बात रखते हुए बताया कि प्रदेश में मौजूदा सरकार द्वारा सैनिकों की समस्याओं की अनदेखी चिंता का विषय है। कर्नल देव आनंद गुर्जर ने अपनी बात रखते हुए बताया कि सैनिकों से जुड़ी हुई मुख्य समस्या भारत के विभाजन को कई दशक बीत जाने के बाद भी सेन्य सेवाकाल के दौरान किसी भी कारणवश सैनिक की मौत होने पर उसके परिवार के लिए दूसरी सरकारी नौकरियों की तर्ज पर सैनिक परिवार के लिए अनुकंपा नौकरी का प्रावधान नहीं होना एक चिंता का विषय है एवं कानूनी तौर पर अनुकंपा नौकरी की व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। अपनी बात आगे रखते हुए उन्होंने आगे बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद पूर्व सैनिकों को राजस्थान सरकार रेक्सों के माध्यम से सुविध नौकरी देने के नाम पर सुरक्षा गार्ड एवं सैनिक विश्राम गृह में सैनिकों के साथ न्यूनतम वेतन के प्रावधानों की अनदेखी करते हुए मात्र 12000 रुपए प्रति माह में 24 घंटे काम करने को मजबूर कर रही है। उन्होंने आग्रह किया कि सैनिकों से जुड़ी हुई समस्याओं को लेकर गांव गांव बैठकों का आयोजन करते हुए परामर्श जारी रहना चाहिए। इस अवसर पर सभा में उपस्थित श्री लाल चंद जी ढाका उप प्रधान सुजानगढ़, सूबेदार मेजर रतन लाल जाट जिला प्रकोष्ठ प्रभारी, श्री रामचंद्र ढाका ने बैठक में अपने विचार रखें। सभा में काफी संख्या में पूर्व सैनिक उपस्थित थे।