सुप्रीम कोर्ट की प्रदूषण मामले में केजरीवाल पर टिप्पणी अब तक के इतिहास में सबसे सख्त टिप्पणी: गोयल

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नई दिल्ली, नगर संवाददाता: पूर्व केन्द्रीय मंत्री व दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी जिसमें कोर्ट ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री नाकाम साबित हो चुके है और अगर प्रदूषण का यही हाल रहा तो हमें केजरीवाल के ऊपर प्रशासक नियुक्त करना पड़ेगा, ये अब तक के इतिहास में किसी भी मुख्यमंत्री के लिए सबसे सख्त टिप्पणी है।
गोयल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल प्रदूषण रोकने में पूरी तरह विफल हो चुके हैं। आज दिल्ली की जनता त्रस्त है, लेकिन अफसोस दिल्ली के मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों में पॉलिटिक्ल टूरिज्म में व्यस्त है। आज उनको पंजाब, उतराखंड यूपी गोवा की चिन्ता तो है, लेकिन जहां से दिल्ली वालों ने उन्हें चुनकर भेजा है, उनकी चिन्ता नहीं है। आज कोर्ट की फटकार के बाद मुख्यमंत्री ने टास्क फोर्स का गठन तो किया लेकिन यह फैसला भी सुप्रीम कोर्ट की डांट के बाद बना। ये फैसला यह दिखाता है कि मुख्यमंत्री में अपना कोई विजन नहीं है और हर काम दूसरों पर थोपने के अलावा उन्हें कुछ नहीं आता।

गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री को तुरन्त दिल्ली के सातों सांसद, एमसीडी, और विपक्ष के चुने हुए प्रतिनिधियों को बुलाकर विचार-विमर्श करना चाहिए कि दिल्ली का प्रदूषण कैसे दूर किया जाए। गोयल ने कहा कि न सिर्फ प्रदूषण बल्कि आज दिल्लीवासी गन्दे पानी का प्रदूषण भी झेल रहे हैं। मुख्यमंत्री खुद कह चुके हैं कि 2025 से पहले यमुना साफ नहीं होगी, इसका मतलब दिल्ली वालों को 2025 तक पीने का साफ पानी मिलना असंभव है।