नई दिल्ली, नगर संवाददाता: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के विरोध में गुरुवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन हुआ। साथ ही जनसभा भी बुलाई गई।
अखिल भारतीय शिक्षा अधिकार मंच के तत्वावधान में प्रदर्शन का आयोजन किया गया था, जिसमें अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों के अलग-अलग संगठनों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार पर शिक्षा नीति के जरिए निजीकरण को बढ़ावा देने और छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इस नीति के आने के एक साल बाद प्रतिगामी बदलाव साफ देखे जा सकते हैं। कई राज्यों में कई स्कूल बंद किए जा चुके हैं। उच्च शिक्षा के स्तर पर शिक्षण संस्थानों में कटौती और मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा प्रणाली और ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने से लाखों छात्र औपचारिक शिक्षा से बाहर हो गए हैं। सार्वजनिक उच्च शिक्षण संस्थानों को फंड से वंचित किया जा रहा है।