हवा की सुस्त रफ्तार ने जमाया स्माग, दृश्यता घटी

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गुरुग्राम, नगर संवाददाता: तापमान में नमी बढ़ने और हवा की रफ्तार सुस्त होने के कारण स्माग छाने लगा है। दीपावली की रात को हुई आतिशबाजी से भी हवा कई गुना जहरीली हो गई और प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। शुक्रवार सुबह दृश्यता कम हो गई और धुंध छाई रही। गुरुग्राम से सटे दिल्ली के पालम इलाके में सुबह दृश्यता 350 मीटर रही। सुबह 11 बजे गुरुग्राम में पीएम 2.5 प्रदूषण का स्तर 467 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। हवा की रफ्तार पिछले एक सप्ताह से काफी कम है, जिसके कारण एनसीआर में सुबह-शाम स्माग (धुएं और कोहरे का मिश्रण) जमने लगा है। तेज हवा चलने से स्माग छंट जाता है और प्रदूषण का ज्यादा देर तक असर नहीं रहता है, लेकिन हवा की रफ्तार कम होने पर छाया स्माग सुबह-शाम दम घोंटने लगा है। आज मिल सकती है राहत

हवा की गति 1 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा या इससे भी कम रहने पर ज्यादा परेशानी होती है। मौसम में आए बदलाव के कारण हवा की रफ्तार काफी कम है। हवा की रफ्तार 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा होने पर स्माग से राहत मिल सकती है। मौसम का हाल बताने वाली वेबसाइट स्काईमेट वेदर के मुताबिक शनिवार को हवा चलने के बाद स्माग से राहत मिलने की उम्मीद है।

शहर की ज्यादातर सड़कों पर ट्रैफिक जाम होने से प्रदूषण में भी इजाफा हुआ है। मलबा इधर-उधर फेंकने वालों के चालान काटने, होटल, ढाबों में लकड़ी व कोयले का उपयोग बंद करने और सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिग यानी मशीन से सफाई करने से प्रदूषण से थोड़ी राहत मिल सकती है। ग्रेप यानी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत सड़कों पर पानी का छिड़काव करना जरूरी है ताकि धूल न उड़े। लेकिन पानी छिड़काव के नाम पर महज खानापूर्ति हो रही है। सड़क व फ्लाईओवर निर्माण के दौरान भी पानी का छिड़काव नहीं हो रहा है।