फिरोज़पुर, पंजाब, परेश कुमार : किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेतृत्व में आज सैकड़ो किसान व मजदूर डी.सी कार्यालय के सामने धरना दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है। धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष जसबीर सिंह पिदी, जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह बाठ, नरिंदरपाल सिंह जताला ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि के तीन काले कानूनों को पंजाब सरकार द्वारा विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए. रिपोर्ट को लागू करने, बासमती 1121 की दर 5500 एमएसपी तय करने और खरीद की गारंटी देने का प्रस्ताव पारित किया जाए। इसी तरह पंजाब सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को तुरंत पूरा किया जाए। समझौते को तत्काल रद्द किया जाए और सस्ती बिजली की व्यवस्था की जाए। पंजाब सरकार द्वारा स्वीकार की गई मांगों को अमल में लाना, मजदूरों के बिजली बिलों और नए बिलों का बकाया खत्म करना, किसानों.मजदूरों का पूरा कर्ज माफ करना, अब तक के कर्ज के कारण खुदकुशी करना, संकट से जूझ रहे किसानों के परिवारों को भी मुआवजा दिया जाना चाहिए। सरकारी नौकरी और 5 लाख रुपये मुआवजा, दिया जाए, धान उपार्जन पर लगायी गयी अनावश्यक शर्ते हटाई जाये और धान उपार्जन का आदेश पूर्व की भांति वापिस लिया जाये और फर्द जमा करने का आदेश वापिस लिया जाये। मांगें न मानी तो पंजाब स्तर के इन धरने को कल रेलवे लाइन पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। धरने के दूसरे दिन आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने धरने में शामिल होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और किसानों को अपना समर्थन देने का संकल्प लिया. जसवंत सिंह सरीह वाला, गुरनाम सिंह अलीके, सुखविंदर सिंह भप्पा, मंगल सिंह, रंगन सिंह भुल्लर, फुम्मन सिंह, बूटा सिंह, गुरभेज सिंह, जोगा सिंह, दविंदर सिंह, जरनैल सिंह, स्वर्ण सिंह, टेक सिंह जैसे नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया।
किसान मजदूर संघर्ष जत्थेबंदी के डीसी कार्यालय के सामने धरना आज दूसरे दिन में हुआ प्रवेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी आज धरने में शामिल हुईं
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