कश्मीर एवं हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय गुर्जर समाज के प्रदेशाध्यक्ष श्री लाल हुसैन चेची व हाजी कासिम खताना का हुआ भव्य स्वागत

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राजस्थान, जगदीश कुमावत : जयपुर के दूदू क्षेत्र में ग्राम गुर्जरों की ढाणी गागरडू में भारत के जम्मू कश्मीर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय गुर्जर समाज महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्री लाल हुसैन चेची व हिमाचल प्रदेश के गुर्जर समाज महासभा के प्रदेशाध्यक्ष हाजी कासिम खताना का राजस्थान प्रवास पर गुर्जर समाज के लोगों ने भव्य स्वागत कर उनका मान सम्मान किया। गौरतलब है कि दोनों प्रदेशाध्यक्षों के राजस्थान के दो दिवसीय प्रवास के दौरान गुर्जर समाज के प्रमुख इष्ट देवनारायण भगवान के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की तथा इष्ट देव से अंतरराष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर रह रहे समाज की खुशहाली की कामना कर आशीर्वाद लिया। तथा वहां पर उपस्थित समाज को सामाजिक समरसता एवं भाईचारा बढ़ाने का संदेश दिया। दोनो प्रदेशाध्यक्षों ने जन समुदाय को संबोधित करते हुए समाज के लोगों को आह्वान करते हुए जाग्रत किया कि अब 21 वी सदी में जी रहे लोगों को समाज के कर्णधार बालक बालिकाओं को अधिक से अधिक व्यहवारिक ज्ञान देते हुए उच्च शिक्षा दिलवाएं। ताकि हर क्षेत्र में गुर्जर समाज की भागीदारी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने प्राचीन समय को याद करते हुए कहा कि गुर्जर समाज ने देश की रक्षा के लिए कई बलिदान किये। समाज उनके इस बलिदान के ऋण से उऋण नही हो सकता। उपस्थित जन समाज को संबोधित करते हुए गुर्जर महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय सेना के कर्नल देवानंद के लिए कहा कि कर्नल साहेब ने देश सेवा से सेवानिवृति के पश्चात देश के कमजोर एवं असहाय लोगों को संबल दिया और जोडने का काम किया है। उन्होंने प्रशंषा करते हुए कहा कि इसके लिए राजस्थान और देश वासियों के आभार जताया। उन्होंने वार्ता को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आई जी एम के सहयोग से पंजाब, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों में वंचित वर्ग के लिए आवाज को मजबूती मिली है। और समस्याओं के समाधान में बहुत मदद मिली है। गुर्जरों की ढाणी गागरडू में भी भगवान देवनारायण मंदिर के निर्माण में जो समस्याएं आ रही हैं उसका समाधान संगठन के माध्यम से हल करवाएंगे। एवं पूरा संगठन आपके साथ है। ग्रामवासियों ने आगन्तुक मेहमानों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। स्वागत करने वालों में क्षेत्र के प्रबुद्धजनों में भंवर नेकाड़ी, बजरंग टुवालिया, सुखदेव चाड, पांचूराम, भंवर डोई, लक्ष्मण बागडी उपस्थित थे।