ग्रेटर नोएडा, नगर संवाददाता: ग्रेटर नोएडा की जेपी ग्रीन्स सोसाइटी में लगे फर्जी वैक्सीनेशन कैंप के मामले में पुलिस ने उस गाड़ी की तलाश शुरू की है, जिसमें डॉक्टरों की टीम वैक्सीनेशन करने के लिए आई थी। इसके लिए पुलिस कैंप लगने वाले दिन के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
दरसअल, जेपी ग्रीन्स सोसाइटी में करीब 200 लोगों को 21 मई और 27 मई को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगी थी। इनमें कुछ लोगों के पास टीका लगवाने के प्रमाण-पत्र आए तो उनपर टीका लगाने का स्थान अलीगढ़ दर्ज था। इसके बाद पता चला कि सोसाइटी में फर्जी कैंप लगा था।
इस प्रकरण में एसीएमओ की तरफ से बीटा दो कोतवाली में कैंप का आयोजन करने वाली टीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था। लेकिन पुलिस अभी तक इस मामले में कोई पुख्ता जानकारी हासिल नहीं कर सकी है। पुलिस अब इस मामले में उस दिन के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है जिस दिन कैंप लगा था। पुलिस फुटेज में उस गाड़ी को देख रही है जिसमें डॉक्टरों की टीम आई थी। जिससे कि यह पता चल सके कि गाड़ी कहा की थी और उसमें कौन लोग सवार होकर आए थे।
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया इस पूरे प्रकरण की गहनता से छानबीन चल रही है। कैंप लगने वाले दिन कि सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। इसके अलावा मुख्य गेट पर मौजूद सुरक्षा गार्डों से भी पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही कैंप का आयोजन करने वाली टीम के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।