नई दिल्ली, नगर संवाददाता: उत्तरी निगम में लॉकडाउन खुलने के बाद भी कारोबारियों के हाउस होल्ड लाइसेंस नहीं बन पा रहे हैं। मार्च से जून तक करीब 1100 लोगों ने हाउस होल्ड लाइसेंस के लिए आवेदन किए थे, लेकिन मात्र तीन लाइसेंस ही बन सके। इस संबंध में लाइसेंसिंग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन सिस्टम में कुछ तकनीकी गड़बड़ी के कारण लोगों के लाइसेंस बनने में देरी हो रही है। इसके लिए आईटी विभाग को सिस्टम ठीक करने के लिए कहा गया है। आवेदन न बनने के कारण निगम के लाइसेंसिंग विभाग का राजस्व भी घटा है।
उत्तरी निगम के छह जोनों में हाउस होल्ड लाइसेंस लेने के लिए मार्च से पहले लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे। सभी जोन से करीब 1100 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से एक हजार को इसलिए रद्द कर दिया गया, क्योंकि आवेदन में अधूरे दस्तावेज संलग्न थे। 76 आवेदनों को जोन स्तर पर जांच पड़ताल के लिए भेजा गया था, लेकिन इसी बीच लॉकडाउन लग गया। लेकिन मई में निगम कार्यालय खुल गए तो उसके बाद भी लोगों के लाइसेंस बनने का कार्य शुरू नहीं हो सका। सूत्रों का कहना है कि 28 जून 2021 तक हाउस होल्ड सिर्फ तीन लाइसेंस ही जारी हो सके हैं। इस संबंध में उत्तरी निगम लाइसेंसिंग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण लाइसेंस बनाने की प्रकिया में देरी हो रही है। जिन 76 आवेदनों के दस्तावेज की जांच करनी थी वह पूरी हो चुकी है। जल्द ही हाउस होल्ड लाइसेंस बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।