नई दिल्ली, नगर संवाददाता: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के आपातकालीन विभाग परिसर में स्थित एक कक्ष में सोमवार सुबह पांच बजे अचानक आग लग गई। घटना के समय वहां 80 मरीज भर्ती थे। सभी मरीजों को आनन-फानन बेड सहित बाहर निकाला गया। सूचना पर पहुंची दमकल की सात गाड़ियों ने कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया। आग में कोई हताहत तो नहीं हुआ लेकिन ऑपरेशन थिएटर को नुकसान पहुंचने से दोपहर तीन बजे तक आपातकालीन सेवाएं ठप रहीं। इस दौरान आए मरीजों को भर्ती नहीं किया गया।
एम्स में सोमवार सुबह जैसे ही आग लगी, परिसर में अफरातफरी का माहौल हो गया। मरीज चीखने लगे जबकि उनके परिजन उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हो-हल्ला मचाने लगे। तत्काल आपातकालीन विभाग में भर्ती मरीजों को बेड सहित बाहर निकाला गया। कुछ मरीज स्ट्रेचर पर लेटे हुए थे। जबकि, कई मरीजों को खुले में लिटाना पड़ा। घबराहट से मरीजों का दम फूल रहा था। इसी हालत में उनका उपचार भी जारी रखा गया था। कई मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया। तीन-चार मरीजों को सफदरजंग अस्पताल में भी शिफ्ट करना पड़ा।
एक मरीज के तीमारदार के अनुसार, उन्हें अस्पताल परिसर में सायरन की आवाज सुनाई दी। तब वह कुछ दूरी पर थे। वह तुरंत दौड़कर मरीज के पास पहुंचे। पता चला कि आपातकालीन सेवा वाली जगह पर आग लग गई है। मरीज खुले में बेड पर लेटे पड़े थे। इसी हाल में उनका उपचार भी किया जा रहा था।
दिल्ली दमकल सेवा के अनुसार, आपातकालीन विभाग में आग लगने की सूचना सुबह पांच बजे के करीब मिली थी। इसके बाद दमकल की सात गाड़ियों को भेजा गया। आग पर कुछ समय में ही काबू पा लिया गया। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।