महामारी ने स्कूली शिक्षा के बारे फिर से सोचने और कुछ नया अपनाने का मौका दिया: सिसोदिया

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नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली सरकार ने 2021 में आयोजित होने वाले आईएफ20 एजुकेशन वर्किंग ग्रुप इनिशिएटिव में भागीदारी के लिए ग्वेरैंड-हर्मेस फाउंडेशन फॉर पीस इंस्टीट्यूट (जीएचएफपी) के साथ कोलैबोरेशन किया है। इसका उद्देश्य एक ऐसा मंच प्रदान करना है जिससे शिक्षक और छात्र स्वतंत्र रूप से भयमुक्त वातावरण में अपने विचारों को साझा कर शिक्षण की पुरानी पद्धतियों को बदल सके। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जी20 इंटरफेथ फोरम के अध्यक्ष प्रोफेसर शेर्टो गिल के साथ पहली ऑनलाइन वर्कशॉप की शुरुआत की। उन्होंने कहा, ‘महामारी के समय में हमारे शिक्षक और छात्र बहुत से मुश्किलों से गुजरे हैं, इससे बाहर निकलने में हम उनका साथ देना चाहते हैं। हम अपने शिक्षकों और उनके छात्रों को एक मंच प्रदान करना चाहते है जहां वो शिक्षण गतिविधियों को दोबारा शुरू करने से पहले खुला संवाद कर सके।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, ‘महामारी ने हमें स्कूली शिक्षा पर फिर से सोचने और कुछ नया अपनाने का मौका दिया है। हमें यह सवाल पूछने की जरूरत है कि क्या हम तुरंत पढ़ाना शुरू करना चाहते हैं या क्या हम शिक्षकों और छात्रों को एक दूसरे के साथ फिर से जुड़ने के लिए मौका देना चाहते हैं। हमारे लिए स्कूलों को फिर से खोलना सिर्फ किताबें खोलने भर नहीं हैय बल्कि दिल और दिमाग का खुलना ज्यादा जरूरी है ताकि शिक्षक और छात्र एक दूसरे से जुड़ सके। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि स्कूल और स्कूली शिक्षा अब पहले की तरह समान नहीं हो सकती हैं अब उनमें बदलाव लाने और उन्हें विकसित करने की जरूरत है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षकों के लिए अपने छात्रों के साथ फिर से जुड़ना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को पिछले कुछ महीनों में जिन मुश्किलों के कारण तनाव हुआ है, अब उन्हें न केवल अपने दुख और तनाव से उबरने के लिए तैयार रहने की जरूरत है, बल्कि अपने छात्रों का भी सपोर्ट करने के लिए भावनात्मक रूप से तैयार रहने की जरूरत है क्योंकि महामारी में छात्र भी समान रूप से प्रभावित हुए हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि शिक्षक अपने छात्रों की कॉउंसलिंग करने के लिए खुद को तैयार कर सके, यदि छात्र किसी चुनौती का सामना कर रहे हैं तो उनका सपोर्ट करें और उन्हें एक ऐसी स्थिति में आने में मदद करें जहां वे शिक्षण गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए तैयार हों।

वर्कशॉप में दिल्ली के शिक्षा निदेशक उदित प्रकाश राय और शिक्षा निदेशक के प्रधान सलाहकार शैलेंद्र शर्मा ने भी भाग लिया। उदित प्रकाश ने कहा कि, ‘शिक्षक हमारे सबसे बड़े हीरो हैं, और हम उनकी वेल-बीइंग सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे’। उन्होंने मेंटल हेल्थ और वेल-बीइंग के क्षेत्र में विशेषज्ञों के साथ जुड़ने की योजनाओं को भी साझा किया ताकि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के सभी शिक्षकों को मदद मिल सके और वे अपने छात्रों को सहायता दे सके। वर्कशॉप के फैसिलिटेर्ट्स में जी20 इंटरफेथ फोरम एजुकेशन वर्किंग ग्रुप के सह-अध्यक्ष प्रोफेसर पैट्रिस बोर्दु,दीपा पटेल (यूएनएचसीआर) और जीएचएफपी संस्थान से कैथरीन जेगेडे,एलिस सोमरविल शामिल थे।