असम, रोहित जैन: कोविड-19 महामारी के बीच 30 जून तक कामाख्या देवालय भक्तों के लिए बंद रहेगा। 15 दिनों के लिए कोरोनो वायरस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए मंदिर को 13 मई से बंद कर दिया गया था, जिसे 30 जून तक और बढ़ा दिया गया है।
आज 4 जून को मंदिर प्राधिकरण ने कहा कि 22 जून से लगने वाला अंबुबाची मेला भी महामारी संकट के बीच नहीं मनाया जाएगा।
अंबुबाची मेला पूर्वी भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह कामाख्या मंदिर का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है और हर साल जून के महीने में मनाया जाता है। पुजारियों द्वारा मंदिर के अंदर अनुष्ठान किया जाएगा लेकिन भक्तों के लिए बंद रहेगा। मां कामाख्या के मासिक धर्म चक्र के दौरान मनाए जाने वाले अंबुबाची के दौरान किसी भी साधु और संत को आने की अनुमति नहीं होगी।
अन्य वर्षों के विपरीतए इस वर्ष मंदिर प्राधिकरण किसी भी आगंतुक और तीर्थयात्रियों को अंबुबाची के दौरान मंदिर जाने की अनुमति नहीं देगा क्योंकि राज्य के साथ.साथ देश के बाकी हिस्सों में कोरोनोवायरस के प्रकोप के बीच कठिन दौर चल रहा है।
पुजारियों द्वारा निर्णय लिया गया है कि उनके द्वारा केवल त्योहार से जुड़े अनुष्ठान और प्रार्थनाएं की जाएंगी।
मंदिर प्राधिकरण किसी भी साधु को कोरोनोवायरस महामारी के कारण मंदिर या आसपास के क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं देगा।
यह भी कहा गया है कि कोई भी गैर सरकारी संगठन या सामाजिक संगठन लोगों के लिए अस्थायी शिविर या भंडार नहीं लगा सकता। प्राधिकरण ने कहा, ‘केवल स्थायी पांडा या पुजारियों को ही मंदिर परिसर के अंदर जाने की अनुमति होगी’।
30 जून तक बंद रहेगा कामाख्या देवालय, इस बार अंबुबाची मेला नहीं
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