जोधपुर, राजस्थान, आकाश जोशी: आयुर्वेद करवड़ यूनिवर्सिटी में छात्रों ने मुख्यमंत्री बजट की घोषणा से जताई नारजगी छात्रों की तरफ से डॉ रवि प्रताप सिंह ने बताया कि हमारे साथ दूर व्यवहार हो रहा है डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद यूनिवर्सिटी का नाम बदल कर आयुर्वेद की जगह आयुष किया जा रहा है और यही पर यूनानी पेथी होम्योपैथी के लिए इस विश्विद्यालय मैं ही स्थान दिया जा रहा है और इस से आयुर्वेद को खतरा है जबकि केकड़ी मैं होम्योपैथी है यह करवड़ आयुर्वेद यूनिवर्सिटी से आयुष को दूर रखा जाए और छात्रों की मांग है आयुष कॉलेज के लिये अलग जगह दी जाये आयुर्वेद विश्विद्यालय से आयुष को दूर रखा जाए सभी छात्रों के द्वारा विश्वद्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांगो की सूची सौंपी गई आयुर्वेद छात्रों, चिकित्सकों मांगो के समाधान हेतु पूरक बजट में घोषणा एवं नवीन होम्योपैथिक कॉलेज को आयुर्वेद युनिवर्सिटी कैम्पस से बाहर स्थापित करने बाबत्। आयुर्वेद चिकित्सक और छात्र निम्न मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं: आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में अवैधानिक तरीके से नियुक्त प्राइवेट कॉलेज संचालक श्री विमल कांवट को हटाकर किसी आयुर्वेद शिक्षाविद् को नियुक्त किया जाएं। जोधपुर में स्थापित होने वाले नवीन होम्योपैथिक कॉलेज को आयुर्वेद युनिवर्सिटी कैम्पस से बाहर स्थापित किया जाएं। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के मास्टर प्लॉन के अनुसार भविष्य में रिसर्च इंस्टीटयूट आदि के विकास हेतु अतिरिक्त भूमि की और आवश्यकता रहेगी । आयुर्वेद विभाग में खोले जा रहे 500 हेल्थ वेलनेस सेन्टर पर सीएचओ के पदों के लिए नई भर्ती की जाए। 2013 की आयुर्वेद चिकित्साधिकारी भर्ती में से पूर्ववर्ती सरकार द्वारा कटौती किए गए 760 पदों को पुनर्जिवित करते हुए 2000 पदों पर स्थाई भर्ती की जाएं। एनएचचएम में कार्यरत संविदा आयुर्वेद चिकित्सकों का मानदेय एलोपैथिक चिकित्सकों के समान किया जाएं। राज्य में स्वतंत्र आयुर्वेद मंत्रालय की स्थापना की जाएं। प्रार्थी प्रदेश के समस्त आयुर्वेद चिकित्सक एवं छात्र उपस्थित।
आयुर्वेद करवड़ यूनिवर्सिटी मैं छात्र नाराज
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